महाकाल भैरव मन्दिर में छह घण्टे तक चला महाशिवरात्रि पूजन ,निकली महाकाल की बारात
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बहराइच। महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर स्वर्ग धाम त्रिमुहानी घाट पर स्थित श्री श्री महाकाल भैरव मंदिर में विशेष भस्मारती पूजन किया गया। बाबा महाकाल के दर्शन के लिए हजारों श्रद्धालु मंदिर पहुंचे। दर्शन के लिए महाकाल के पट लगातार 24 घंटे खुले रहे। शिवरात्रि पूजन के बाद बाबा का सेहरा सजाया गया।
शक्ति के साधन का महापर्व महाशिवरात्रि के अवसर पर शुक्रवार को नगर समेत क्षेत्र के सारे शिवालयों में श्रद्धा का सैलाब उमड़ा। यह महापर्व फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। इस दिन देवाधिदेव महादेव एवं आदि शक्ति परिणय सूत्र में बंधे थे। प्रात:काल से रात्रि पर्यन्त तक दर्शन-पूजन, अभिषेक का दौर चला व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर प्रसाद तथा दूध की ठंडाई वितरित की गई।
संध्याकाल में स्वर्ग धाम त्रिमुहानी घाट पर स्थित महाकाल भैरव मंदिर से परंपरानुसार भोलेनाथ की बारात बैंडबाजे के साथ धूमधाम से निकली। पूरा मन्दिर परिसर रंगबिरंगी झालरों से सजाया गया था। शाक्त ईशान रजनीश द्वारा यहां महाभिषेक संपन्न कराया गया। उन्होंने बताया कि पूरा आयोजन तीन पहरों में आयोजित किया गया।
सर्वप्रथम महाराजाधिराज बाबा महाकाल भैरव जी को हल्दी,मेहंदी और तेल अर्पण कर कार्यक्रम आरम्भ हुआ। बताया कि प्रथम पहर में दो सौ इक्यावन कलश से बाबा का पतित पावनी सरयू जल,गंगाजल और बेल रस से अभिषेक किया गया।
द्वितीय पहर में उज्जैन के महाकालेश्वर की तर्ज पर भस्म आरती की गई तथा तृतीय पहर में श्रृंगार आरती का कार्यक्रम पूरे विधिविधान से सम्पन्न हुआ। रजनीश ने बताया कि बाबा का पूजन कार्यक्रम छह घण्टों तक अनवरत चलता रहा। पूजन उपरान्त रात्रिकालीन साधना प्रारम्भ हुई जो भोर होने पर सम्पन्न हुई। महाकाल भैरव मन्दिर में भक्तों ने आकर्षक श्रृंगार किया जो हजारों भक्तों का मन मोह रहा था। लोग कतारबद्ध होकर देवाधिदेव एवं माता शक्ति की आराधना कर अपनी श्रद्धा निवेदित कर रहे थे।