8वीं के छात्र ने PM से पूछा, 'पढ़ाई से ज्यादा जरूरी है आपकी मीटिंग?'

Update: 2016-08-09 16:54 GMT

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अलीराजपुर में होने वाली रैली के चलते क्लास छूटने की आशंका से दुखी आठवीं क्लास के एक छात्र ने प्रधानमंत्री को भावुक पत्र लिखा है। इसके बाद स्थानीय प्रशासन ने कार्यक्रम के लिए बसों को जुटाने का अपना आदेश वापस ले लिया। 

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद के गांव भाबरा जाने वाले हैं। प्रधानमंत्री जोथरादा गांव के करीब एक रैली को संबोधित करेंगे और '70 साल आजादी, याद करो कुर्बानी' अभियान की शुरुआत करेंगे। 

विद्याकुंज स्कूल के छात्र देवेश जैन को जब पता चला कि प्रधानमंत्री की रैली के चलते 9 और 10 अगस्त को स्कूल बंद रहेगा, वह व्यथित हो गया। दरअसल स्थानीय प्रशासन ने पीएम के कार्यक्रम के लिए लोगों को ले जाने और लाने के लिए स्कूल बसों की मांग की थी। 

'मोदी का प्रशंसक हूं'

प्रधानमंत्री को लिखे अपने पत्र में देवेश ने लिखा है, 'क्या स्कूल से ज्यादा आपकी मीटिंग महत्वपूर्ण है?' देवेश ने आगे लिखा, 'मैंने अमेरिका में आयोजित रैली में आपको सुना, जहां बहुत सारे लोग जुटे थे। लेकिन वो बसों में चढ़के नहीं आए थे।'

खुद को मोदी का प्रशंसक बताते हुए देवेश ने लिखा है कि वह कभी भी प्रधानमंत्री के 'मन की बात' रेडियो कार्यक्रम को सुनना नहीं भूलता। साथ ही अपने दोस्तों से लड़ पड़ता है, जब वे मोदी का प्रशंसक होने की वजह से उसे चिढ़ाते हैं। 

देवेश ने प्रधानमंत्री से निवेदन किया है कि वह 'शिवराज मामा' से कहकर स्कूल बसों को रैली के लिए अधिग्रहित न करने को कहें। आठवीं क्लास के छात्र ने कहा है कि 'आप कांग्रेस के नेताओं की तरह नहीं हो और छात्रों की पढ़ाई और भविष्य को लेकर चिंतित रहते हैं।'

'मोदी अंकल की मीटिंग में भीड़ खुद आती है'

इसके आगे देवेश ने लिखा, 'अगर आप ऐसा करते हैं, तो मैं पूरे गर्व से कह सकता हूं कि मोदी अंकल की मीटिंग में भीड़ खुद आती है, जुटाई नहीं जाती।'

देवेश का यह लेटर जैसे ही सोशल मीडिया पर वाायरल हुआ। जिलाधिकारी ने एक आदेश जारी करते हुए प्रधानमंत्री के भाबरा कार्यक्रम के लिए बसों और गाड़ियों को इकट्ठा करने का काम तत्काल प्रभाव से रोकने को कहा। 

इससे पहले ज्वाइंट कलेक्टर ने एक आदेश जारी करते हुए स्कूलों से बसों को स्थानीय प्रशासन को उपलब्ध कराने को कहा था कि ताकि लोगों को भाबरा भेजा सके। असिस्टेंट ट्रांसपोर्ट ऑफिसर सुनील गौड़ ने भी लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखने के लिए इस आशय का आदेश जारी किया था। 

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