Janta Ki Awaz

भोजपुरी कहानिया

अनसुलझे प्रश्नों के उत्तर हैं इस तस्वीर में...

18 Dec 2021 10:09 AM
कुछ तस्वीरें बहुत सुन्दर होती हैं। इतनी सुन्दर कि उनपर मोटी किताब लिख दी जाय फिर भी बात खत्म न हो... इस तस्वीर को ही देखिये, जाने कितने अनसुलझे...

काफिरिस्तान के काफिर....

18 Dec 2021 6:29 AM
काफिरिस्तान का नाम सुने हैं? पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा पर एक छोटा सा इलाका है यह। बड़ा ही महत्वपूर्ण क्षेत्र! जानते हैं क्यों? क्योंकि आज से सवा...

"मेरे भइया......"(कहानी)

20 Feb 2021 12:51 PM
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में 'बारे' नामक एक गाँव है।मां गङ्गा की पावन तरंगों से आलोड़ित तट वाले इस गाँव में अधिसंख्य आबादी मुस्लिम है।इसी गाँव...

डियर चंपा आईलभ यू,फोरइभर

7 Feb 2021 11:36 AM
तुम तो कहती थी,हमरा इंतज़ार जिनगी भर करोगी । फ़िर इ शादी का कार्ड हमरा घरे किसका आया है। अरे हम बोले थे न, कि एमरी बिहार एसएससी परीक्षा होगा और हम...

गुलाब!

7 Feb 2021 11:25 AM
एक ठेठ देहात का व्यक्ति जो सरसों के फूलों से भरे खेत देख कर झूमता हो, उसके लिए बड़ा कठिन है गुलाब को फूलों का राजा मान लेना। पर गुलाब राजा है तो है,...

प्रतिशोध : आशीष त्रिपाठी

6 Feb 2021 11:26 AM
ऑफिस के लोग इस बात को लेकर सकते में थे कि गाज किस पर गिरेगी । बॉस आये , एक - एक करके सबसे पूछताछ हुई । निष्कर्ष यह निकला कि सबसे ज्यादा दोषी वह वाचमैन...

परधानी के चुनाव : 'चिरई बोखार' के हल्ला मचल बा!

28 Jan 2021 5:52 AM
पत्नी- "ए जी सुन लीं! अबकी तनीं अपने जीभी पर लगाम रहे.."पति- "अरे भईल का!!! कब हम तोहार बात कटलीं...आ अइसन हम का कही देहली कि तूं हमरे जीभी पर लगाम...

फिर एक कहानी और श्रीमुख "प्रतिहार"

17 Dec 2020 9:31 AM
सन ७३२ ई. , भारत का पश्चिमोत्तर सीमांत। सिंध में अरबों का शासन स्थापित होने के बाद खलीफा ने मोहम्मद बिन कासिम को मार कर यजीद को सिंध का सूबेदार बना...

फिर एक कहानी... "बन्दूक"

15 Dec 2020 10:51 AM
उसके सारे साथी पीछे छूट गए थे। वह लगभग घण्टे भर से इस घने जंगल में भटक रहा था। अब उसे दिशा भी समझ में नहीं आ रही थी, वह यूँ ही इधर उधर भटक रहा था। ...

फिर एक कहानी और श्रीमुख "कसम"

28 Nov 2020 3:10 AM
अपनी दाढ़ी के नीचे जब उसने सेल्फ लोडेड राइफल की नली सटाई तो जाने क्यों उसके होठ मुस्कुरा उठे। उसने एक बार भय से थर थर कांपती लड़की की तरफ निगाह उठाई और...

(कहानी ) प्रतिफल : आशीष त्रिपाठी

7 Nov 2020 5:30 AM
उस दिन रविवार को दूध लेने रजत खुद ही चल पड़ा । नौकरी ऐसी थी कि सुबह आठ बजे मोटरसाइकिल उठाता तो घर आते रात के आठ बज जाते , ज्यादातर रविवार भी इस...

(कहानी ) छाप..... : आशीष त्रिपाठी

2 Nov 2020 5:18 AM
रात के दो बज रहे थे लेकिन बाहर ओसारे में सोए कुशल को नींद नहीं आ रही थी । आज दिन में मन को बहलाने की लाख कोशिशें की उसने लेकिन न तो किसी खेल में मन...
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