राज्यसभा LIVE: भाजपा सांसद बोले, कश्मीर की चर्चा में जम्मू और लद्दाख नजरअंदाज क्यों?

Update: 2016-08-10 11:46 GMT

राज्यसभा में कश्मीर के मुद्दे पर चर्चा हो रही है। कांग्रेस ने मांग की है कि प्रधानमंत्री को राज्यसभा में इस चर्चा में हिस्सा लेना चाहिए। पढें, क्या बात हो रही है राज्यसभा में....

बीजेपी सांसद शमसेर सिंह मन्हास ने कहा-

- कश्मीर भारतमां का मुकुटमणि है और कोई उसे खराब करे, मैं इसे स्वीकार नहीं कर सकता है। मैं सबसे निवेदन करता हूं कि सभी मिलकर उसकी बेहतरी के लिए प्रयास करें।

-जम्मू-कश्मीर कभी गुलाम नहीं रहा, वहां कभी छुआछूत नहीं रही।

-जिस प्रकार के संस्कारों से यह समाज बना है, वहां इसकी जगह नहीं है। जम्मू कश्मीर में कभी दलितों के साथ भेदभाव नहीं किया गया।

-जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, तीनों को मिलाकर जम्मू-कश्मीर बनता है। लेकिन जब हम बात करते हैं तो सिर्फ कश्मीर की बात करते हैं। 

-कहा जाता है कि कश्मीर के युवा बेरोजगारी के कारण पत्‍थर उठाते हैं। ये सरासर गलत है।

-जम्मू के सात लाख से ज्यादा पढ़े लिखे युवा बेरोजगार हैं क्या वो पत्‍थर नहीं उठा सकते। फिर भी वे देश के साथ जुड़े हुए हैं। जम्मू और लद्दाख के बारे में देश अनभिज्ञ है।

-असल में यह सारी लड़ाई राष्ट्रवाद बनाम अलगाववाद की है। जिसे बेरोजगारी और स्वायत्ता से जोड़ दिया गया है।

कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा-

-जब संसद चल रही हो, तब हमें सदन से सभी राजनीतिक दलों को एक साथ मिलकर यह संदेश देना चाहिए कि कश्मीर के लोग अमन -चैन बनाए रखे। इस चर्चा का मकसद भी यही था।

-यूपीए शासन के दौरान जम्मू कश्मीर की स्थिति को सुधारने के लिए कई अहम काम किए गए। खास योजनाएं बनाई और लागू की गईं।

-कश्मीर को हम भारत का अभिन्न अंग कहते हैं, लेकिन हमें अभी दिलों को जोड़ने की जरूरत है।

-हम (कश्मीरी) विकास के लिए, शिक्षा के लिए, इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए केंद्र सरकार के भरोसे रहते हैं। कानून व्यवस्था राज्य पुलिस के जिम्मे होती है लेकिन कश्मीर में यह पैरा मिलिट्री और आर्मी के जिम्मे हैं।

- मिलिटेंट का कोई धर्म नहीं होता, चाहे वो किसी भी जगह का हो, वो देश का हो या आईएसआईएस हो। आज कश्मीरियत का कल्त हो रहा है।

-प्रधानमंत्री सारे दुनिया के मसलों पर बोलते हैं। दुश्मन मुल्क पाकिस्तान के लिए बोलते हैं लेकिन उनके पास राज्यसभा में कश्मीर पर बोलने का समय नहीं है। 

-कश्मीर की खूबसूरती से तो सभी को प्यार है लेकिन उन बच्चों और मासूमों से तो प्यार करें, जिनके पैलेट गन में आंखे चली गई।

-हिंदुस्तान का ताज जल रहा है लेकिन पीएम को फुर्सत नहीं है।

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