यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या से निकाय चुनाव के लिए प्रचार की शुरूआत कर दी। इस दौरान उन्होंने कई बड़ी बातें कही। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिन विभागों में तीन दिन से अधिक फाइल लटकाई जाएगी, वहां के अफसरों को डिमोट कर दिया जाएगा। योगी ने कहा कि सपा-बसपा सरकारों में हुई नगरों की बदहाली, लूटखसोट व भ्रष्टाचार से भाजपा मुक्ति दिलाएगी।
मंगलवार को गोंडा के अदम गोंडवी खेल मैदान पर आयोजित चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जनसभा में कहा कि जबरन फाइल लटकाने वाले अफसरों को जबरदस्ती रिटायरमेंट देकर घर भेजा जाएगा। यह कार्रवाई शुरू भी हो चुकी है।
कहा कि खाद्यान्न माफिया पर एनएसए लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नगर निकायों में विकास के लिए भारी भरकम रकम दी जाती है। लेकिन भ्रष्टाचार व घपले के कारण विकास नहीं हो पाता है। ऐसे भ्रष्ट अफसरों को रिटायरमेंट देकर बाहर किया जाएगा और युवाओं की भर्ती की जाएगी।
इससे पहले फैजाबाद से नगर निकाय चुनाव के प्रचार का आगाज करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पिछले 15 साल में नगर निकाय के धन का बंदरबांट हुआ है। प्रधानमंत्री ने प्रदेश के 13 महानगरों को स्मार्ट सिटी बनाने का प्रस्ताव दिया, लेकिन पिछली सरकार ने सहयोग नहीं किया। केंद्र सरकार 60 शहरों को अमृत योजना के अंतर्गत शुद्ध पेयजल, जलनिकासी, सीवरेज व्यवस्था और एसटीपी व्यवस्था के लिए पैसा देना चाहती थी, लेकिन पिछली सरकार आगे नहीं आई।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रदेश के अंदर एक वर्ष में पांच लाख 60 हजार आवास के लिए पैसा आना था। प्रदेश सरकार को अपना शेयर जोड़ना था, लेकिन पिछली सरकार ने प्रस्ताव तैयार नहीं किया। 5 लाख 60 हजार आवास जो शहरी क्षेत्र में बनने थे, उसके लिए पिछली सरकार ने मात्र 29 हजार आवास का प्रस्ताव ही दिया। हमारी सरकार आई तो एक लाख 61 हजार शहरी गरीबों को आवास दिए। मुख्यमंत्री ने बिना नाम लिए तत्कालीन नगर विकास मंत्री आजम खान पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकारों में ठेका नगर विकास मंत्रालय और मंत्री अपने आवास से बांटते थे। ठेके जब लखनऊ से बांटे जाएंगे तो नगर निकाय की संप्रभुता पर चोट आएगी ही।
उधर, बहराइच में आयोजित जनसभा में सीएम ने कहा कि पहले विकास योजनाओं और स्कूली बच्चों का पैसा सपाइयों की जेब में जाता था। अब वह पैसा बच्चों और गरीबों तक पहुंच रहा है। सीएम ने कहा कि पैसे लेकर नौकरी दिलाने वाले लोगों की जगह जेल में होगी और उनकी संपत्ति को कुर्क कर पैसा गरीबों में बांट दिया जाएगा।