मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 2017 में प्रदेश की सत्ता में वापसी का भरोसा जताया है। उन्होंने उद्यमियों से प्रदेश में निवेश की अपील करते हुए कहा, यह हमारी सरकार का आखिरी साल है। आप आएंगे तो ठीक, नहीं तो हम (2017 में) आ रहे हैं, अगली बार आपको और अच्छे से बुलाएंगे।
नोएडा को इंटरनेशनल फाइनेंसियल सेंटर बनाएंगे। इसके लिए केंद्र सरकार से सहयोग लेंगे। प्रधानमंत्री भी यूपी से चुनकर गए हैं, वे भी इससे पीछे नहीं हटेंगे।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को यहां एसोचैम की इन्वेस्टमेंट समिट को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, हमारा प्रयास है कि प्रदेश तरक्की और खुशहाली के रास्ते पर अग्रसर हो। यह उद्यमियों के सहयोग के बिना संभव नहीं है।
2012 में सरकार बनने पर हमने तय किया था कि इन्फ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान देंगे, बेहतर पॉलिसी बनाएंगे और सकारात्मक माहौल पैदा करेंगे। यह सब किया गया, इसीलिए अब प्रदेश की डबल डिजिट ग्रोथ के बारे में सोच सकते हैं।
अखिलेश ने कहा, कई राज्यों में एक भी जगह मेट्रो नहीं है जबकि प्रदेश में नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ में मेट्रो का काम चल रहा है।
कानपुर में जल्द काम शुरू कर देंगे। उम्मीद है कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मेट्रो का काम शुरू हो जाएगा। हमें केंद्र से सहयोग मिला है, नहीं मिलता तो भी मेट्रो चलाते। इन्हीं कामों से छवि बदलती है।
सीएम ने कहा, यदि देश की अर्थव्यवस्था से यूपी को हटा दें को कुछ नहीं बचेगा।
यूपी की तरक्की से से ही देश में खुशहाली आएगी। दो साल पहले पीपीपी और बीओटी मॉडल से सड़कें नहीं बन पा रही थीं। तब हमने अपने बजट संसाधन से लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे बनाने का फैसला किया। अब इसे गाजीपुर तक ले जाएंगे। एक्सप्रेस-वे के किनारे मंडियां बना रहे हैं, जहां किसान अपनी उपज बेच सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने जहां जरूरत पड़ी सुझाव लिए और उन पर अमल भी किया। दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने किसी गांव को सौर ऊर्जा से रोशन करने की इच्छा जताई थी। उनके कहने के दो महीने के भीतर दो गांवों को 24 घंटे ऑफ ग्रिड सोलर लाइट देनी शुरू कर दी।
मुख्य सचिव के लिए तालियां
अखिलेश ने कहा, हमारी पार्टी और सरकार उदार है। यहां मुख्य सचिव के लिए भी नेताओं की तरह तालियां बज रही हैं। इससे पता लगता है कि हमारे अफसर कितने सुलभ हैं।
चार साल में बदला माहौल : नितिन
लघु एवं मध्य उद्योग राज्यमंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा कि सीएम अखिलेश यादव ने चार साल में उद्योगों के लिए माहौल बदल दिया। उन्होंने इन्फ्रास्ट्रक्चर और सिक्योरिटी को मजबूत किया। इसी का नतीजा है कि रटन टाटा जैसे नामी उद्योगपति भी यूपी में निवेश के लिए आ रहे हैं।
मुख्य सचिव आलोक रंजन ने कहा कि प्रदेश में अलग-अलग सेक्टरों के लिए अलग-अलग पॉलिसी बनाई गई।
ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस-वे पर तीन इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर आ रहे हैं। जल्द ही उद्योगों को सिंगल विंडो सिस्टम से सभी विभागों की ऑनलाइन क्लीयरेंस मिलने लगेगी।
निर्यात 38 से 90 हजार करोड़ पहुंचा : गुप्ता
अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास के प्रमुख सचिव महेश गुप्ता ने कहा कि सभी क्षेत्रों में निवेश आ रहा है। 2012 में प्रदेश का निर्यात 38 हजार करोड़ था, जो 90 हजार करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
नोएडा को इंटरनेशनल फाइनेंसियल सेंटर बनाएंगे। इसके लिए केंद्र सरकार से सहयोग लेंगे। प्रधानमंत्री भी यूपी से चुनकर गए हैं, वे भी इससे पीछे नहीं हटेंगे।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को यहां एसोचैम की इन्वेस्टमेंट समिट को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, हमारा प्रयास है कि प्रदेश तरक्की और खुशहाली के रास्ते पर अग्रसर हो। यह उद्यमियों के सहयोग के बिना संभव नहीं है।
2012 में सरकार बनने पर हमने तय किया था कि इन्फ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान देंगे, बेहतर पॉलिसी बनाएंगे और सकारात्मक माहौल पैदा करेंगे। यह सब किया गया, इसीलिए अब प्रदेश की डबल डिजिट ग्रोथ के बारे में सोच सकते हैं।
अखिलेश ने कहा, कई राज्यों में एक भी जगह मेट्रो नहीं है जबकि प्रदेश में नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ में मेट्रो का काम चल रहा है।
कानपुर में जल्द काम शुरू कर देंगे। उम्मीद है कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मेट्रो का काम शुरू हो जाएगा। हमें केंद्र से सहयोग मिला है, नहीं मिलता तो भी मेट्रो चलाते। इन्हीं कामों से छवि बदलती है।
सीएम ने कहा, यदि देश की अर्थव्यवस्था से यूपी को हटा दें को कुछ नहीं बचेगा।
यूपी की तरक्की से से ही देश में खुशहाली आएगी। दो साल पहले पीपीपी और बीओटी मॉडल से सड़कें नहीं बन पा रही थीं। तब हमने अपने बजट संसाधन से लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे बनाने का फैसला किया। अब इसे गाजीपुर तक ले जाएंगे। एक्सप्रेस-वे के किनारे मंडियां बना रहे हैं, जहां किसान अपनी उपज बेच सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने जहां जरूरत पड़ी सुझाव लिए और उन पर अमल भी किया। दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने किसी गांव को सौर ऊर्जा से रोशन करने की इच्छा जताई थी। उनके कहने के दो महीने के भीतर दो गांवों को 24 घंटे ऑफ ग्रिड सोलर लाइट देनी शुरू कर दी।
मुख्य सचिव के लिए तालियां
अखिलेश ने कहा, हमारी पार्टी और सरकार उदार है। यहां मुख्य सचिव के लिए भी नेताओं की तरह तालियां बज रही हैं। इससे पता लगता है कि हमारे अफसर कितने सुलभ हैं।
चार साल में बदला माहौल : नितिन
लघु एवं मध्य उद्योग राज्यमंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा कि सीएम अखिलेश यादव ने चार साल में उद्योगों के लिए माहौल बदल दिया। उन्होंने इन्फ्रास्ट्रक्चर और सिक्योरिटी को मजबूत किया। इसी का नतीजा है कि रटन टाटा जैसे नामी उद्योगपति भी यूपी में निवेश के लिए आ रहे हैं।
मुख्य सचिव आलोक रंजन ने कहा कि प्रदेश में अलग-अलग सेक्टरों के लिए अलग-अलग पॉलिसी बनाई गई।
ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस-वे पर तीन इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर आ रहे हैं। जल्द ही उद्योगों को सिंगल विंडो सिस्टम से सभी विभागों की ऑनलाइन क्लीयरेंस मिलने लगेगी।
निर्यात 38 से 90 हजार करोड़ पहुंचा : गुप्ता
अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास के प्रमुख सचिव महेश गुप्ता ने कहा कि सभी क्षेत्रों में निवेश आ रहा है। 2012 में प्रदेश का निर्यात 38 हजार करोड़ था, जो 90 हजार करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।