बलदेव: (तुलसीराम)/प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय बलदेव के प्रभु प्रिय धाम में बहुत ही उमंग उत्साह के साथ मनाया गया होली मिलन समारोह।जिसमें स्थानीय प्रभारी आदरणीय राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सीमा दीदी जी ने बताया कि होली का त्यौहार हमारे भारतवर्ष का बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार है ।इस त्यौहार पर हम सब एक दूसरे को गुलाल लगाते हैं,तरह तरह के मिठाइयां पकवान बनाते है। और अपनी सारी पुरानी बातें लड़ाई झगड़ा ये सब भुलाकर एक दूसरे को प्यार से गले लगाते है ,ये त्यौहार आपसी मतभेद को खत्म करता है और जौ भी बांटते है। ये भगवान कहते हैं कि हमारे अंदर जों की बराबर भी अहंकार नहीं होना चाहिए।
होली के तीन अर्थ बताए कि 1- होली अर्थात् जो बात हो गई सो हो गई बीती सो बीती फुल स्टॉप ।2-होली अर्थात पवित्र।3- होली अर्थात् में प्रभु की होली मेरा तन मन धन सहित भगवान की होली।
साथी बहन रेनू ने सुंदर होली का गीत सुनाकर सबका मन प्रफ्फुलित कर दिया। सभी ने होली के गीतों के साथ रास किया।सबसे पहले शिव भोलेनाथ को गुलाल लगाया फिर राधे कृष्ण के स्वरूप को गुलाल लगाया फिर एक दूसरे को लगाया।फिर सभी को भोग प्रसाद वितरण कराया गया।इस मौके पर बी.के.रेखा , कृष्णा,कुसुम,मोहिनी,रंजन,गुड्डी,पूनम,बंटी,मीरा,निर्मल,लक्ष्मी,गुड़िया,बबीता,सिया, हरिखयाल ,जगदीश,संजू,पंडित जी,कन्हैया आदि।