वसंत पंचमी: अयोध्या में 20 लाख लोगों के आने की संभावना, चार पहिया वाहनों का प्रवेश हुआ प्रतिबंधित

Update: 2025-02-01 16:31 GMT

प्रयागराज महाकुंभ के श्रद्धालुओं का पलट प्रवाह रामनगरी में निरंतर जारी है। शुक्रवार को भी आठ लाख से अधिक श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे और सरयू स्नान कर मठ-मंदिरों में दर्शन-पूजन किया। वसंत पंचमी का स्नान रविवार को है। इस दिन अयोध्या में 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के उमड़ने की संभावना है। सुरक्षा कड़ी करते हुए अयोध्याधाम में यातायात डायवर्जन लागू है।


अयोध्या में पूरा देश उमड़ रहा है। प्रयागराज से अयोध्या आ रहे श्रद्धालुओं में तकरीबन देश के हर राज्य के श्रद्धालु शामिल होते हैं। कुछ विदेशी व एनआरआई श्रद्धालु भी आ रहे हैं। भीड़ नियंत्रण के लिए की गई व्यवस्था के चलते सरयू घाट, राम मंदिर व हनुमानगढ़ी में स्नान, दर्शन-पूजन करने के लिए पांच से आठ किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ रहा है। रामलला के दरबार में श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन की व्यवस्था की गई है। ट्रस्ट की ओर से श्रद्धालुओं को नि:शुल्क भोग प्रसाद भी वितरित किया जा रहा है। प्रसाद पाकर भक्त तृप्त नजर आते हैं।

रामनगरी में जब से चार पहिया वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है और वाहनों को जिले की सीमा से ही डायवर्ट किया जा रहा है तब से रेलवे मार्ग से श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक आ रही है। इसको देखते हुए अयोध्याधाम रेलवे स्टेशन की ओर केवल श्रद्धालुओं को ही आने-जाने की अनुमति दी जा रही है। स्टेशन की ओर वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया है। कमिश्नर गौरव दयाल, डीएम चंद्रविजय सिंह, आईजी प्रवीण कुमार, एसएसपी राजकरण नय्यर, एसपी सुरक्षा बलरामाचारी दुबे ने शनिवार को मेला क्षेत्र का भ्रमण कर व्यवस्थाओं की समीक्षा की।

हनुमानगढ़ी में दर्शन की नई व्यवस्था

हनुमानगढ़ी में रोजाना तीन से पांच लाख श्रद्धालु दर्शन-पूजन कर रहे हैं। सुगम दर्शन के लिए दर्शन मार्ग पर रेलिंग लगाई गई है, साथ ही बैरीकेडिंग भी की गई है। हनुमानगढ़ी में जगमोहन की ओर जाने वाले रास्ते को श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ के कारण बंद कर दिया गया है। मुख्य प्रवेश द्वार से श्रद्धालु मंदिर में घुस रहे हैं, दर्शन के बाद पीछे के मार्ग से निकासी हो रही है। जगमोहन में किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जा रहा है, इससे भीड़ नियंत्रण में आसानी हो रही है।

दो दिन मनाई जाएगी वसंत पंचमी


इस वर्ष भी वसंत पंचमी दो दिन मनाई जाएगी। आचार्य शिवेंद्र ने बताया कि पंचमी तिथि पर रेवती नक्षत्र लगेगा तो सिद्ध योग, शुभ, मातंग, रवि, ययीजय, शुभ कर्तरी, बुधादित्य योग लगेगा। वसंत पंचमी पर मां को वस्त्र धारण कराकर स्थापित कराएं। मां को पीले फूल, चंदन, पीले रंग का भोग आदि नैवेद्य अर्पित करें। दो फरवरी को शाम से यह पर्व प्रारंभ होकर तीन फरवरी को उदया तिथि तक है। आचार्य शिवेंद्र ने बताया कि माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि की शुरुआत दो फरवरी को सुबह 09:14 बजे होगी और तीन फरवरी को सुबह 06:52 बजे समाप्त होगी। शास्त्र सम्मत विधान के अनुसार दो फरवरी रविवार को दोपहर के समय माघ शुक्ल पंचमी तिथि व्याप्त होने से वसंत पंचमी मनाई जाएगी। इस दिन सुबह 09:14 बजे तक शिव योग और उसके बाद पूरे दिन सिद्ध योग है।

सरस्वती पूजन का मुहूर्त

आचार्य शिवेंद्र के अनुसार वसंत पंचमी पर मां सरस्वती की पूजा पांच मुहूर्त में होगी। अमृत मुहूर्त सुबह 7:07 से 8:29 बजे तक, शुभ मुहूर्त सुबह 9:51 से 11:13 बजे तक, चर मुहूर्त दोपहर 1:56 से 3:18 बजे तक, लाभ मुहूर्त दोपहर 3:18 से 4:40 बजे तक और अमृत मुहूर्त शाम 4:40 से 6:01 बजे तक रहेगा।

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