नियोटेक स्कूल ऑफ नर्सिंग विरोद , हरनी रोड वडोदरा के छात्रों ने कोरोना वायरस से बचाव कैसे करे पर व्याख्यान दिया
नियोटेक स्कूल ऑफ नर्सिंग विरोद , हरनी रोड वडोदरा के छात्रों ने कोरोना वायरस से बचाव के उपाय पर कार्यक्रम किया डॉ प्रकाश पटेल COA और प्रधानाचर्य डॉ सेवंती अशोक मानगुली के मार्गदर्शन में डॉ प्रकाश पटेल और प्रधानाचर्य डॉ सेवंती अशोक मानगुली के मार्गदर्शन में
अभी तक ये पूरी तरह से पता नहीं चल सका है कि कोरोना वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में कैसे फैलता है. हालांकि, इससे मिलते-जुलते वायरस खांसी और छींक से गिरने वाली बूंदों के ज़रिए फैलते हैं. इसलिए आप ख़तरे को कम करने के लिए इन बातों का ध्यान रख सकते हैं-
अपने हाथ अच्छी तरह धोएं. खांसते या छींकते वक़्त अपना मुंह ढक लें और हाथ साफ़ न हों तो आंखों, नाक और मुंह को छूने बचें. इस तरह के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं कि कोरोना वायरस पार्सल, चिट्टियों या खाने के ज़रिए फैलता है. कोरोना वायरस जैसे वायरस शरीर के बाहर बहुत ज़्यादा समय तक ज़िंदा नहीं रह सकते.
अगर आप इससे संक्रमित हो जाते हैं तो हल्के-फुल्के लक्षण सामने आएंगे. आप इसके संक्रमण से उबर भी सकते हैं.
वैज्ञानिकों का मानना है कि बीमारी से होने वाली मौतों की दर कम है. यह 1 से 2 प्रतिशत के बीच है. यह भी पता चला है कि जिनकी मौत हुई, वो या तो उम्रदराज़ थे या उन्हें पहले से ही कोई बीमारी थी.
लेकिन, ध्यान देने वाली बात यह है कि वायरस के शुरुआती स्तर के मामलों और हल्के-फुल्के लक्षणों वाले मामलों को अभी गिना नहीं गया है. इसलिए संक्रमति मामलों की सामने आई संख्या पूरी तरह भरोसेमंद नहीं कही जा सकती.