लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री मोदी ने पढ़ी कविता 'यही समय है सही समय है'
अपने संबोधन के अंत में पीएम ने एक कविता पढी... यही समय है, सही समय है,भारत का अनमोल समय है। असंख्य भुजाओं की शक्ति है,हर तरफ़ देश की भक्ति है, तुम उठो तिरंगा लहरा दो,भारत के भाग्य को फहरा दो। यही समय है, सही समय है, भारत का अनमोल समय है। कुछ ऐसा नहीं जो कर ना सको, कुछ ऐसा नहीं जो पा ना सको, तुम उठ जाओ, तुम जुट जाओ, सामर्थ्य को अपने पहचानो, कर्तव्य को अपने सब जानो, भारत का ये अनमोल समय है, यही समय है, सही समय है।