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AI की दुनिया में नई क्रांति: रिट्रीवल-ऑग्मेंटेड जेनरेशन (RAG)

AI की दुनिया में नई क्रांति: रिट्रीवल-ऑग्मेंटेड जेनरेशन (RAG)
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लेखक: प्रकाश पांडेय

आज के डिजिटल युग में जहाँ कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) तेज़ी से आगे बढ़ रही है, वहीं एक नई तकनीक ने AI के क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाई है – इसका नाम है रिट्रीवल-ऑग्मेंटेड जेनरेशन (RAG)।

जहाँ पारंपरिक जनरेटिव AI मॉडल केवल अपने ट्रेन्ड डेटा पर आधारित उत्तर देते हैं, वहीं RAG एक ऐसा मॉडल है जो बाहरी विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी प्राप्त कर ज्यादा सटीक, अद्यतन और विश्वसनीय जवाब प्रदान करता है।

RAG क्या है?

RAG दो शक्तिशाली तकनीकों का मेल है –

रिट्रीवल सिस्टम: जो इंटरनेट, दस्तावेज़ों या डेटाबेस से सबसे उपयुक्त जानकारी खोजता है।

जेनरेशन मॉडल: जो उस जानकारी का उपयोग करके प्राकृतिक भाषा में जवाब तैयार करता है।

इस तकनीक की मदद से AI मॉडल न केवल "याद किया हुआ" डेटा दोहराते हैं, बल्कि ताजा, सटीक और संदर्भित जानकारी के आधार पर उत्तर देते हैं।

RAG क्यों ज़रूरी है?

कई बार जनरेटिव AI मॉडल तथ्यों की ग़लत जानकारी दे देते हैं (जिसे "हैलुसिनेशन" कहा जाता है)।

RAG इस समस्या को दूर करता है और वास्तविक तथ्यों पर आधारित उत्तर देता है।

यह तकनीक हेल्थकेयर, कानून, फाइनेंस और रिसर्च जैसे क्षेत्रों में बेहद उपयोगी है जहाँ सही जानकारी जीवन-मरण का सवाल बन सकती है।

कहां हो रहा है इस्तेमाल?

कल्पना कीजिए कि एक हेल्थकेयर चैटबॉट RAG की मदद से लेटेस्ट मेडिकल गाइडलाइंस के आधार पर सुझाव दे रहा है, या एक फाइनेंसियल असिस्टेंट ताज़ा स्टॉक रिपोर्ट पढ़कर निवेश सलाह दे रहा है – यही है RAG की ताकत।

भविष्य की झलक

भविष्य में RAG आधारित AI सिस्टम हर जगह दिखाई देंगे –

चाहे वो वर्चुअल असिस्टेंट हों, ग्राहक सेवा चैटबॉट्स हों, या बिज़नेस डिसीजन सपोर्ट टूल्स।

RAG तकनीक AI को ज़्यादा भरोसेमंद, पारदर्शी और यूजर-फ्रेंडली बनाएगी।

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