बुध प्रदोष व्रत, शुभ मुहूर्त में पूजा कर शिव को करें प्रसन्न

आज बुध प्रदोष व्रत है. आज भक्त विधि विधान से प्रदोष काल में भगवान शिव (Lord Shiva) और माता पार्वती (Maa Parvati) विधि विधान की पूजा-अर्चना करेंगे. आज के दिन व्रत रखकर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव सबसे आसानी से प्रसन्न हो जाते हैं. उनसे ही जीवन है और उनसे ही मृत्यु है. वही महाकाल भी हैं. त्रयोदशी के दिन जो लोग प्रदोष व्रत रखते हैं उनको रोगों से मुक्ति मिलती है, जीवन में सुख-समृद्धि प्राप्त होती है. दुखों और पाप का नाश होता है. जिन लोगों को कोई संतान नहीं होती है, उन लोगों को इस व्रत को करने से वंश वृद्धि के लिए संतान का आशीष मिलता है.आइए जानते हैं बुध प्रदोष के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त और कथा...
बुध प्रदोष व्रत मुहूर्त:
आषाढ़, शुक्ल त्रयोदशी प्रारम्भ - 04:26 पी एम, जुलाई 21.
आषाढ़, शुक्ल त्रयोदशी समाप्त - 01:32 पी एम, जुलाई 22.
प्रदोष काल- 07:18 पी एम से 09:22 पी एम.