अप्रैल माह में ग्रहों के राशि परिवर्तन से व्यक्ति के जीवन पर शुभ-अशुभ प्रभाव , बदल जाएंगे इन राशि के जातकों के दिन
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अप्रैल माह में कई ग्रह गोचर करने वाले हैं. इसलिए ज्योतिष के लिहाज से ये माह बेहद खास रहने वाला है. इस महीने लगभग सभी 9 ग्रह राशि परिवर्तन करेंगे और इसका सीधा प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर देखने को मिलेगा. ग्रहों के राशि परिवर्तन से व्यक्ति के जीवन पर शुभ-अशुभ प्रभाव देखने को मिलता है.
अप्रैल माह मे शनि, राहु और केतु का भी गोचर होगा। लेकिन इस महीने सबसे खास बात ये होगी कि 12 सालों के बाद देवगुरु बृहस्पति अपनी स्वराशि यानी मीन में गोचर करनेवाले हैं। ऐसे में मीन राशि वालों के आनेवाले दिन खास तौर पर बदलने वाले हैं। इसके अलावा गुरु जिन-जिन भावों पर दृष्टि डालेंगे, उन भावों में शुभ फलों की वृद्धि होगी। स्वराशि में होने की वजह से गुरु बलवान होंगे और इसलिए उनका गोचर मीन के अलावा भी कई राशियों के लिए शुभ फल प्रदान करेगा। उदाहरण के लिए कर्क राशि पर गुरु की उच्च दृष्टि होगी, जबकि वृश्चिक राशि पर मित्र दृष्टि होगी। गुरु की ये शुभ दृष्टि इन राशि के जातकों को शिक्षा में सफलता देने के योग बनाएगी और संतान संबंधी सभी परेशानियों से मुक्ति दिलाएगी।
बृहस्पति पिछले दो वर्षों से शनि की राशियों में होने के कारण बहुत फलदायी नहीं थे। सभी नौ ग्रहों में, बृहस्पति को सबसे शुभ माना जाता है और बृहस्पति की कृपा के बिना जातकों को कोई भी शुभ फल प्राप्त नहीं होता है। ऐसे में गुरु के स्वराशि में आने के बाद उनके शुभ फलों में वृद्वि होती है
देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन 13 अप्रैल को शाम 03बजकर 48 मिनट पर होगा. 12 साल बाद गुरु ग्रह का अपनी ही राशि मीन में प्रवेश होगा. इस समय गुरु कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं. 13 अप्रैल को मीन राशि में गोचर करने के साथ ही 29 जुलाई को गुरु मीन राशि में ही वक्री होंगे. तब उनकी उल्टी चाल प्रारंभ होगी. फिर 24 नवंबर को गुरु इसी राशि में मार्गी होंगे. ,भारतवर्ष के लिए वर्ष अच्छा रहेगा,लेकिन पश्चमी देशो यूरोफ अमरीका ,श्रीलंका और जिन देशों मे सूर्य ग्रहण दृश्य होगा वहाँ परेशानियां बढ़ेगी । 12 अप्रैल को राहु केतु भी राशि परिवर्तन कर चुके है 29 अप्रैल को शनि भी राशि परिवर्तन कर रहे है जीव कारक बृहस्पति दो पाप ग्रह के बीच मे पाप कर्तरी योग बनाएगा ।। विश्व के कई देशों के जनमानस में 29 अप्रैल से 30 जुलाई के बीच अनिश्चिता का माहौल और विश्व के कई देशों को लोगो के मन मे भय का वातावरण रहेगा ,इस वर्ष आगजनी भूकंप प्रभावी रहेगा युद की संभावनाएं , जनहानि की संभावना भारतवर्ष विश्व की नई उम्मीद बनता दिखेगा
मेष राशि=
बृहस्पति आपके बारहवें भाव में गोचर करेगा। इस दौरान आप कुछ आरामदायक और सुकून भरी यात्रा कर सकते हैं। आपका अध्यात्म की तरफ़ झुकाव रह सकता है और साथ ही आप इस दौरान किसी धार्मिक आयोजन या धार्मिक स्थलों की यात्रा में शामिल हो सकते हैं। साथ ही आप इस अवधि में दान-पुण्य और समाज की भलाई में खर्च कर सकते हैं। घर को खरीदने का योग भी है
वृषभ राश= बृहस्पति आपके ग्यारहवें भाव में गोचर करेगा। आपके आय स्थान में गुरु के होने की वजह से आय के स्रोतों मैं वृद्वि, जातकों को लाभ मिल सकता है। इस दौरान आपको किस्मत से कोई बड़ी राशि मिल सकती है। इस अवधि में आप किसी छिपे हुए स्रोत से भी धन कमा सकते है। अपने नए दोस्तों से सावधान रहें, क्योंकि वे आपका फ़ायदा उठा सकते हैं। बड़े भाई-बहनों से संबंधों में सुधार हो सकता है और आप उनसे भी आर्थिक मामले में मदद हासिल कर सकते हैं। । पेट ,व घुटने का रोग हो सकता है ध्यान दे
मिथुन राशि=
बृहस्पति आपके दसवें भाव यानी कर्म भाव में गोचर करेगा। इस दौरान आपको रोजगार संबंधी शुभ फल मिलेंगे। कानून, चिकित्सा और खाद्य से जुड़े कारोबार में शामिल लोगों के लिए यह अवधि विशेष अनुकूल रह सकती है।इस दौरान आप समाज के कुछ सम्माननीय और प्रभावशाली लोगों से संबंध स्थापित कर सकते हैं, जो आपके करियर के लिए लाभकारी साबित होगा। नया व्यवसाय शुरू करने या व्यवसाय के विस्तार में निवेश करने के लिए भी ये अनुकूल समय है, सामाजिक राजनीतिक प्रभाव बढेगा
कर्क राशि=
बृहस्पति आपके नौवें भाव यानी भाग्य स्थान में गोचर करनेवाला है। यह अवधि उन जातकों के लिए अनुकूल रह सकती है, जो रियल एस्टेट से लाभ,कोई पुराना अधूरा कार्य पूरा होगा,घर ख़रीदने या घर की मरम्मत करवाने का ये अनुकूल समय है। । लेकिन इस अवधि 13 अप्रैल के बाद आपका भाग्य आपका साथ देनेवाला है, ऐसे में यदि आप कोई नया निवेश या व्यापार शुरू करने की सोच रहे हैं, तो यह अवधि अनुकूल रहने की संभावना है नौकरी लग सकती है , नौकरी मे प्रमोशन के लाभ , राजनीतिक लोगो को पद प्राप्ति
सिंह राशि=
गुरु आपके आठवें भाव में गोचर करनेवाले हैं। इस अवधि में आपकी आर्थिक स्थिति में संतोषजनक सुधार देखने को मिल सकते हैं। साथ ही कुछ अज्ञात स्रोतों से भी धन प्राप्त हो सकता है। इस अवधि में आपका अध्यात्म के प्रति झुकाव रहेगा और गुरु की तलाश कर सकते हैं। वैवाहिक जीवन मे टकराहट, अपने रिश्ते पर भरोसा रखें और समस्याओं को शांतिपूर्वक सुलझाएं। अन्यथा आपका रिश्ता टूट भी सकता है। इस अवधि में आपको स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। रिसर्च, इंजीनियरिंग आदि से जुड़ी पढ़ाई करनेवालों के लिए यह समय अनुकूल रह सकता है।
कन्या राशि=
अप्रैल महीने में बृहस्पति आपके सातवें भाव में गोचर करेगा। इस दौरान आप परिवार के साथ आरामदायक यात्राओं की योजना बना सकते हैं। अविवाहित जातकों के विवाह तय होने की प्रबल संभावना है। इस दौरान अपने खानपान का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि गुरु के प्रभाव से आपका वजन बढ़ सकता है। इस अवधि में अपने जीवनसाथी से आपके संबंध मज़बूत हो सकते हैं। पारिवारिक व्यवसाय से जुड़े लोगों से लाभ
तुला राशि=
राशि से छठे शत्रु भाव में गोचर करते हुए बृहस्पति का प्रभाव कई तरह के उतार-चढ़ाव का सामना करवाएंगे। कार्य व्यापार की दृष्टि से तो बेहतर रहेगा किंतु,गुप्त शत्रुओं की अधिकता रहेगी। आपके अपने ही लोग नीचा दिखाने की कोशिश करेंगे यद्यपि वह सफल नहीं रहेंगे फिर भी आप सावधान रहें। स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। ननिहाल पक्ष से सुखद समाचार के योग। यात्रा देशाटन का लाभ मिलेगा। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए किया गया प्रयास भी सफल रहेगा।
धनु राशि=
राशि से चतुर्थ सुख भाव में गोचर करते हुए गुरु कार्यक्षेत्र में कई तरह के अप्रत्याशित परिणामों का सामना करवाएंगे। मित्रों तथा संबंधियों से सुखद समाचार की प्राप्ति होगी। जमीन जायदाद से जुड़े मामले हल होंगे। मकान-वाहन का भी क्रय करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी ग्रह फल अनुकूल रहेगा। शैक्षणिक कार्यों में पूर्ण सफल रहेंगे। यद्यपि सफलताओं का सिलसिला तो अनवरत चलता रहेगा किन्तु,किसी न किसी कारण से पारिवारिक कलह एवं मानसिक अशांति का सामना करेंगे।
मकर राशि=
राशि से तृतीय पराक्रम भाव में गोचर करते हुए बृहस्पति आपमें अदम्य साहस और ऊर्जाशक्ति का भंडार भर देंगे। परिवार में छोटे भाइयों से सहयोग मिलेगा। आपके द्वारा लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना होगी। सामाजिक पद प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। अपनी जुझारू प्रवृत्ति के बल पर विषम परिस्थितियों पर भी आसानी से नियंत्रण पा लेंगे। यात्रा देशाटन का लाभ मिलेगा। धर्म और अध्यात्म में रूचि बढ़ेगी। संतान संबंधी चिंता भी दूर होगी।
बृश्चिक राशि=
राशि से पंचम विद्या भाव में गोचर करते हुए बृहस्पति का प्रभाव आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है कोई भी बड़े से बड़ा कार्य आरंभ करना हो अथवा किसी अनुबंध पर हस्ताक्षर करना हो,नौकरी में परिवर्तन करना हो तो भी हर तरह से सफलता ही मिलेगी। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए भी समय बेहद अनुकूल रहेगा। संतान संबंधी चिंता में कमी आएगी। नव दंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग। सम्मान वृद्धि होगी,सामाजिक कद बढ़ेगा।
कुंभ राशि=
राशि से द्वितीय धन भाव में गोचर करते हुए बृहस्पति काफी दिनों से चले आ रहे आपके प्रतीक्षित संकल्प को पूर्ण करने में सहायक सिद्ध होंगे। विलासितापूर्ण तथा स्वर्ण-आभूषण जैसी वस्तुओं के खरीदने पर अधिक धन खर्च होगा। अपनी वाणी कुशलता के बलपर किसी भी परिस्थिति को आसानी से नियंत्रित कर लेंगे। परिवार में नए मेहमान के आगमन से माहौल खुशनुमा रहेगा। अचल संपत्ति प्राप्ति के योग। किसी भी तरह के विवादित मामले आपस में ही सुलझा लेना समझदारी रहेगी।
मीन राशि=
अपनी ही राशि में गोचर करते हुए बृहस्पति का बहुत ही शुभ फल प्राप्त होगा इसलिए यह वर्ष आपके लिए पूर्णरूप से वरदान है।अपनी कार्यकुशलता और ऊर्जाशक्ति का सदुपयोग करते हुए बड़े से बड़ा संकल्प लेने से पीछे न हटें। नया कार्य भी आरंभ करना हो तो निर्णय लेने में विलंब न करें सफलता आपकी प्रतीक्षा में है। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। चुनाव संबंधी निर्णय लेना हो तो उसमें भी पूर्ण सफल रहेंगे। प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी। संतान संबंधी चिंता भी दूर होगी। संतान प्राप्ति के भी योग।
पंडित चंद्र प्रकाश अग्निहोत्री ज्योतिष विशारद कानपुर 9044873296