RBI ने अपने भंडार से सोना बेचने की खबरों को बताया निराधार
![RBI ने अपने भंडार से सोना बेचने की खबरों को बताया निराधार RBI ने अपने भंडार से सोना बेचने की खबरों को बताया निराधार](https://www.jantakiawaz.org/h-upload/uid/1924161dKddruVvqnvrZTxlyBYEy4GzwHNyv08171259.jpg)
अपने भंडार से सोना बेचने की खबरों को रिजर्व बैंक ने निराधार बताया है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सोना बेचने की खबर पर सफाई जारी करके ऐसी सभी खबरों का खंडन किया है, जिनमें कहा गया है कि केंद्रीय बैंक ने हाल में 30 साल में पहली बार अपने गोल्ड रिजर्व से सोने की बिक्री की है.
रिजर्व बैंक ने कहा कि उसके भंडार के वैल्यू में अंतर इसलिए आया है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय विनिमय और गोल्ड कीमतों में बदलाव की वजह से रीवैल्यूएशन की फ्रेक्वेंसी में बदलाव आता है.
आरबीआई ने ट्वीट कर यह स्पष्ट कर दिया है कि आरबीआई ने न तो सोना बेचा है और न ही उसका व्यापार किया है. भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि साप्ताहिक सांख्यिकीय अनुपूरक (WSS) में दर्शाए गए मूल्य में उतार-चढ़ाव, मासिक से साप्ताहिक आधार पर पुनर्मूल्यांकन की आवृत्ति में परिवर्तन के कारण होता है और यह सोने और विनिमय दरों के अंतरराष्ट्रीय मूल्यों पर आधारित है.
क्या आई थी खबर
गौरतलब है कि कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि आरबीआई ने कुल 1.15 अरब का सोना बेचा है. यह दावा किया गया था कि रिजर्व बैंक के साप्ताहिक सांख्यिकीय पूरक के डाटा ऐनालिसिस से पता चला है कि इसने अपने बिजनेस ईयर की शुरुआत वाले महीने यानी जुलाई से अब तक 5.1 अरब का सोना खरीदा है और लगभग 1.15 अरब का सोना बेचा है.
क्या कहा रिजर्व बैंक ने
रिजर्व बैंक ने अपने ट्वीट में कहा है, 'मीडिया के कई वर्ग में यह खबर आई है कि रिजर्व बैंक ने हाल में गोल्ड की बिक्री और व्यापार की है. यह स्पष्ट किया जाता है कि रिजर्व बैंक ने न तो कोई सोना बेचा है और न ही उसका व्यापार किया है. साप्ताहिक सांख्यिकीय अनुपूरक (WSS) में दर्शाए गए मूल्य में उतार-चढ़ाव मासिक से साप्ताहिक आधार पर पुनर्मूल्यांकन की आवृत्ति में परिवर्तन के कारण होता है और यह सोने और विनिमय दरों के अंतरराष्ट्रीय मूल्यों पर आधारित है.'
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक पिछले हफ्ते 25 अक्टूबर तक स्वर्ण भंडार का मूल्य 8.2 करोड़ डॉलर बढ़कर 26.86 अरब डॉलर पहुंच गया.
Reports have appeared in certain sections of media that RBI has been selling/ trading in gold of late. It is clarified that RBI has not sold any gold or trading in it. (1/1)
— ReserveBankOfIndia (@RBI) October 27, 2019
The fluctuation in value depicted in Weekly Statistical Supplement (WSS) is due to change in frequency of revaluation from monthly to weekly basis and is based on international prices of gold and exchange rates. (2/2)
— ReserveBankOfIndia (@RBI) October 27, 2019