हे प्रभु! ये तुम्हारी माया नहीं तो और क्या मात्र 23 और 70 ही रखी गई
BY Suryakant Pathak20 Aug 2017 5:40 AM GMT

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Suryakant Pathak20 Aug 2017 5:40 AM GMT
मैं सरकार को दाद देना चाहता हूँ कि चौदह डिब्बों के पलटने के बाद भी, और स्थानीय लोगों के द्वारा सौ से बहुत ज्यादा लाशों को निकालने के बावजूद (सरकारी लोगों को तो छोड़ ही दीजिए), मरे हुए लोगों की संख्या मात्र 23 और घायलों की संख्या 70 ही रखी गई है।
एक स्लीपर कोच में बैठने की सीट होती है 72, लेकिन बिहार-यूपी-उड़ीसा वाली लाइन में 150 से कम लोग तो नॉर्मल दिनों में भी नहीं होते। फिर भी 14 से गुणा करने के बाद 72 सीट ही मानते हुए, कुल संख्या 1008 होती है।
हे प्रभु! ये तुम्हारी माया नहीं तो और क्या है कि मात्र 93 लोगों को ही नुक़सान पहुँचा है!
#Muzaffarnagar
अजीत भारती
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