ज्योति के जज्बे को सलाम : अभय सिंह
BY Anonymous24 May 2020 7:44 AM GMT

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Anonymous24 May 2020 7:44 AM GMT
ज्योति के जज्बे को सलाम ।
नतमस्तक हुआ आसमान ।।
उसके हौसले का फैला पूंज ।
सात समंदर तक हो रहा है गूंज ।।
बिहार की बेटी ने ।
बढ़ा दी है मान ।।
गहरी रखी बुनियाद ।
सदैव स्मरण रखेगा हिन्दुस्तान ।।
आत्मनिर्भरता का आगाज ।
बिहार नही परिचय का मोहताज ।।
न हार मानने का जज्बा ।
आखिरकार लिया फैसला ।।
हौसला करके बुलंद ।
भले ही मुश्किले आये चंद ।।
एक तो दुखों का पहाड़ ।
रही सीना तान कर खाड़ ।।
साहसिक,अद्म्य ।
कठिन था उठाना कदम ।।
चुनौतियों को बनाकर हार ।
बौने पड़ गए मुश्किलों का अंबार ।।
जिंदगी की जद्दोजहद ।
हिम्मत को रोक न पाया कोई हद ।।
विषम परिस्थितियों में दी ।
साहस का परिचय ।।
विनित संग शौर्य ।
दृढ़ था निश्चय ।।
दुर्गम था डगर फिर ।
भी सफ़र किया तय ।।
गजब भाव समर्पण का ।
सीख दे गई आने वाली पीढियों को दर्पण बनकर ।।
पितृभक्ति को कोटि-कोटि नमन ।
बिहार की बेटी ने नाम किया रोशन ।।
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