रेलवे ने 'चालाकी' से बढ़ाया किराया, घटती जाएगी सीट और बढ़ता जाएगा दाम
अगर आप राजधानी, शताब्दी ओर दुरंतो जैसी लग्जरी ट्रेनों में सफर करते हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. रेलवे इन ट्रेनों के टिकट की बुकिंग हवाई जहाज की तर्ज पर यानी फ्लेक्सी फेयर सिस्टम के तहत शुरू करने जा रही है. इसके तहत ज्यों-ज्यों टिकटों की बुकिंग होती जाएगी त्यों-त्यों किराया महंगा होता जाएगा. इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि अगर आप पहले टिकट खरीदेंगे तो आपको कम कीमत देना पड़ेगा और बाद में बुक करने पर ज्यादा. फ्लेक्सी फेयर सिस्टम नौ जनवरी से लागू होगी.
यूं बढ़ते जाएंगे टिकट के दाम
फ्लेक्सी फेयर सिस्टम के तहत शुरू के 10 फीसदी सीटों की बुकिंग के लिए सबसे कम यानी बेस फेयर देना होगा. 10 फीसदी सीटें बुक होने के बाद टिकटों के दाम 10 फीसदी महंगे हो जाएंगे. तीसरी 10 फीसदी सीटों पर फिर से 10 फीसदी किराया बढ़ जाएगा. इस तरह से 50 फीसदी सीटें भरने के बाद आखिरी 50 फीसदी सीटों के लिए यात्रियों को 50 फीसदी ज्यादा किराया देना होगा.
इस तरह इस क्लास के पैसेंजर्स को आखिरी 10 फीसदी सीटों के लिए करीब दोगुना किराया देना पड़ेगा. चूंकि यह सिस्टम नौ सितंबर से लागू हो रहा है तो, जिनके पहले से टिकट बुक हैं उनसे बढ़ा हुआ किराया सफर के दौरान वसूला जाएगा और बढ़े हुए किराए के बेस पर एक्स्ट्रा टैक्स भी देना पड़ेगा.
यह नियम पहली 60 फीसदी टिकटों पर लागू होगा और बाकी की 40 फीसदी टिकटों की बुकिंग के लिए ग्राहकों को डेढ़ गुना किराया देना पड़ेगा.
नए फ्लेक्सी बेस फेयर नियमों के मुताबिक आखिरी 10 फीसदी टिकट की बुकिंग करने वाले लोगों को मूल राशि (बेस फेयर) का अधिकतम 1.5 गुना तक किराया देना पड़ सकता है. हालांकि डेढ़ गुना किराया बढ़ने के बाद किराए और नहीं बढ़ेंगे. जैसा एयरलाइंस में होता है कि अगर आप यात्रा से कई महीनों पहले टिकट बुक कराते हैं तो आपको सस्ते टिकट मिल जाते हैं लेकिन अगर यात्रा करने के बिल्कुल पहले आप टिकट बुक कराएं तो आपको भारी किराए देकर बुकिंग करानी पड़ती है.