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उत्तर प्रदेश

प्लॉट पर एलडीए बाबू ने किया कब्जा

प्लॉट पर एलडीए बाबू ने किया कब्जा
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लखनऊ : प्लॉट घोटाला करने वाले बाबू की कारस्तानी बताते हुए मंगलवार को पीड़ित पक्ष ने सचिव एलडीए के सामने न्याय की गुहार लगाई गई है। पीड़ित पक्ष ने कहा कि बाबू ने जालसाजी कर प्लॉट पर बाउंड्रीवॉल करके जीप खड़ी कर दी है और एक चौकीदार तैनातकर प्लॉट पर कब्जा कर लिया है। गेट पर रेनू नाम की महिला का नाम व नंबर लिखा होने के साथ ही भूखंड संख्या लिखा है।

मूल आवंटी पूनम मित्तल व पवन ने सचिव एलडीए से पूरी बात बताते हुए प्लॉट पर कब्जा दिलाने की मांग की। पीड़ित के मुताबिक उन्होंने प्लॉट के एवज में बैंक से लोन लिया है और उनकी लाखों रुपये की पूंजी फंसी है। सचिव अरुण कुमार ने कहा कि मामला कोर्ट में है, कोर्ट के आदेशों का पालन किया जाएगा।

उधर, बाबू मुक्तेश्वर नाथ ओझा के जिम्मे गोमती नगर सेक्टर चार, प्रियदर्शनी नगर योजना, बसंत कुंज और जानकीपुरम योजनाएं हैं। इन योजनाओं के दर्जनों आवंटी जनता अदालत में परेशान हैं।

संपत्ति विभाग ने प्रवर्तन विभाग के अधिशासी अभियंता अवनीन्द्र कुमार सिंह को पत्र लिखकर प्लाट को कब्जा मुक्त करवाने के लिए कहा था, लेकिन प्रवर्तन टीम ने कब्जा मुक्त नहीं कराया। आज भी यहां बाउंड्रीवाल है।
ले आउट से पहले ही बेचा

प्रियदर्शनी नगर योजना देख रहे बाबू मुक्तेश्वर नाथ ओझा ने सेक्टर थ्री बी में 32 प्लाट लेआउट बनने से पहले ही पार घाट लगा दिए। ले आउट 2008 में बना था प्लाट वर्ष 2005 में दूसरों के नाम कर दिए गए। इसी तरह जानकारी पुरम सेक्टर एच में सोलह प्लाट मिसिंग में थे। यहां भी हेराफेरी की गई।रोज गार्डेन के सामने है प्लॉट : विराट खंड के सबसे खूबसूरत रोज गार्डेन के सामने प्लाट संख्या 2/271 के सामने नौ मीटर रोड है और कुछ दूरी पर 24 मीटर रोड है। प्लाट से विराट खंड सामुदायिक केंद्र व शहीद पथ चंद दूरी पर है।

आधार कार्ड में पते की हुई पुष्टि : कोर्ट में जमा किए गए दस्तावेजों में रेनू द्वारा लगाए गए आधार कार्ड में स्पष्ट रूप से लिखा है कि रेनू अर्धागिनी मुक्तेश्वर नाथ ओझा। यही नहीं आधार कार्ड पर जो पता लिखा है उस पर बाबू का पता 2/178 विराट खंड लिखा है, जो बाबू का वास्तविक पता है।

गोमतीनगर के विराटखंड में बाबू ने बिना रजिस्ट्री के बाउंड्रीवाल खड़ी कर लगाया गेटमामले की जांच कराई जा रही है। दूसरी ओर मामला कोर्ट में है, इसलिए अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। अरुण कुमार, सचिव, एलडीए।

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