गुजरात चुनाव में पाकिस्तानी हाथ? ये है मणिशंकर अय्यर के घर डिनर में शामिल लोगों की लिस्ट

प्रचार के दौरान रविवार (10 दिसंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात चुनाव में पाकिस्तान का 'हाथ' होने का आरोप लगाया। सूत्रों के अनुसार, उस बैठक में पूर्व भारतीय सेना प्रमुख, पूर्व विदेश सचिव और पाकिस्तान में स्थित भारतीय उच्चायोग में काम कर चुके राजनयिक मौजूद थे। डिनर के साथ यह बैठक 6 दिसंबर को कांग्रेस नेता मणि शंकर अय्यर के दिल्ली आवास पर हुई। उस समय पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद भारत आए हुए थे। सूत्रों के मुताबिक, अय्यर द्वारा दिए गए डिनर में शामिल हुए लोगों में पूर्व सेना प्रमुख दीपक कपूर, पूर्व विदेश मंत्री के. नटवर सिंह शामिल हुए। इसके अलावा पूर्व राजनयिकों में सलमान हैदर, टीसीए राघवन, शरत सभरवाल, के. शंकर बाजपेई और चिन्मय घरेखान भी डिनर में मौजूद रहे। बाजपेई, राघवन और सभरवाल ने पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायोग में सेवाएं दी हैं। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी भी डिनर में मौजूद रहे। जनरल कपूर ने 'द इंडियन एक्सप्रेस' से बातचीत में इस तथ्य की पुष्टि की।
'द इंडियन एक्सप्रेस' ने डिनर में मौजूद लोगों में से मेजबान अय्यर के अलावा चार अन्य से संपर्क किया। अय्यर ने कहा कि यह "कसूरी जानने वालों या पाकिस्तान में डिप्लोमेट्स रहे लोगों का गेट-टुगेटर था" और इसका "देश की राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है।" सिर्फ जनरल कपूर ने ऑन रिकॉर्ड बात की, अन्य ने कहा कि वे चुनाव के दौरान किसी राजनैतिक बहस में नहीं घसीटे जाना चाहते। अय्यर ने टिप्पणी से इनकार कर दिया।
गुजरात के पालनपुर में चुनावी रैली को संबोधित करते समय, मोदी ने आरोप लगाया था विधानसभा चुनाव में पाकिस्तान 'हस्तक्षेप' कर रहा है। मोदी ने अपनी बात के प्रमाण में कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने अय्यर के आवास पर पाकिस्तान के नेताओं से मुलाकात की थी। मोदी ने कहा, "अगले दिन, मणि शंकर अय्यर ने कहा कि मोदी 'नीच' है। यह गंभीर मामला है… और उस बैठक के बाद, गुजरात के लोग, पिछड़ी जातियां, गरीब लोग और मोदी का अपमान हुआ। आपको नहीं लगता कि ऐसी घटनाओं से शक होता है?"
हालांकि डिनर में शामिल हुए लोगों ने इस बात पर जोर दिया कि यह एक निजी कार्यक्रम था, इस दौरान भारत-पाकिस्तान संबंधों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई। एक शख्स ने कहा, "वहां करीब 20 लोग थे और हमने आतंकवाद, हाफिज सईद और कश्मीर वगैरह पर बात की।" सूत्रों के अनुसार मनमोहन सिंह को डिनर से पहले चर्चा के आमंत्रित किया गया था, मगर उन्होंने सिर्फ डिनर के लिए हामी भरी।