इस बार जाति नहीं बल्कि विकास होगा मुख्य चुनावी एजेंडा: अखिलेश
BY Suryakant Pathak1 Sep 2016 8:38 PM GMT
X
Suryakant Pathak1 Sep 2016 8:38 PM GMT
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि राज्य विधानसभा चुनाव में इस बार जाति नहीं बल्कि विकास मुख्य एजेंडा होगा। यादव ने आज यहां विधानसभा में कहा कि चुनाव को जाति और कुछ अन्य मुद्दे प्रभावित कर सकते हैं लेकिन मुख्य मुद्दा विकास ही होगा। उन्होंने कहा, 'मुझे पूरा विश्वास है कि मतदाता समाजवादी पार्टी की सरकार के कामों को जरुर ध्यान में रखेंगे। उनकी सरकार ने विकास के काफी काम किये हैं। खासतौर पर युवा जातिवाद के चक्कर में नहीं पड़ेगा। वह विकास के नाम पर ही वोट डालेगा।' सपा के साथ ही कांग्रेस और भाजपा नेताओं ने भी चुनाव बाद सरकार बनाने के दावे किये। भाजपा और कांग्रेस में तो इस दावे को लेकर होड़ सी देखी गयी।
भाजपा विधानमंडल दल के नेता सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि आने वाली सरकार उनकी ही पार्टी की होगी जबकि कांग्रेस नेता प्रदीप माथुर ने कहा कि धर्मनिरपेक्ष पार्टियां एकजुट होकर भाजपा को सरकार में आने से रोक देंगी। माथुर ने कहा कि यह सत्य है कि कांग्रेस 27 वर्षो बाद सूबे की सरकार बनाने जा रही है। जनता ने मन बना लिया है।
राष्ट्रीय लोकदल नेता दलवीर सिंह का कहना था कि उनके दल की मदद के बगैर कोई भी सरकार नहीं बना पायेगा। इन दावों के बीच सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने से पहले मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में काफी निवेश हुआ है। यह निवेश सपा सरकार बनाने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि तकनीकी के विकास से भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जा सकता है। उनकी सरकार ने इस बाबत बहुत काम किया है। उन्होंने कहा कि नया सचिवालय भवन विधान भवन का दूसरा रुप है। उन्हें विश्वास है कि नये भवन से प्रदेश के विकास की योजनाओं को नयी गति मिलेगी। उनका कहना था कि चुनाव की तिथियां घोषित करने का अधिकार निर्वाचन आयोग को है, लेकिन वह चाहेंगे कि चुनाव अच्छे मौसम में हो। उन्होंने कहा कि विधान मंडल का नवंबर दिसंबर में एक सूक्ष्म सत्र बुलाया जा सकता है जिसमें एक और अनुपूरक बजट पारित किया जायेगा। अपने भाषण के दौरान वह केन्द्र सरकार पर हमला बोलने से नहीं चूके। भाजपा सदस्यों की आपत्ति के बीच उन्होंने कहा कि नीति आयोग ने उत्तर प्रदेश के हिस्से में कटौती कर दी है। उन्होंने सवाल किया कहां गये अच्छे दिन। काला धन वापस क्यों नहीं आया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा सरकार ने चुनावी वायदे तो पूरे किये ही, कुछ ऐसे भी विकास के काम किये जो घोषणा पत्र में थे ही नहीं। इस सबन्ध में उन्होंने खासतौर पर लखनऊ में निर्माणाधीन मेट्रो रेल सेवा और कुछ अन्य शहरों में मेट्रो रेल चलाने के प्रस्ताव का जिक्र किया। अखिलेश यादव ने कहा कि लैपटाप वितरण के पहले समारोह में उनके पिता और सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव तथा संसदीय कार्यमंत्री मो0 आजम खां नहीं आये थे, तब उन्होंने अपनी सांसद पत्नी डिंपल यादव को बुलाया था। उनकी पार्टी के नेता लैपटाप वितरण के खिलाफ थे हालांकि इस योजना की सफलता के बाद उन्हें सभी का सहयोग मिला। विधान सभा कर्मचारियों और अधिकारियों को सहयोग के लिए धन्यवाद देते हुए उन्होंने सदन के सुरक्षाकर्मियों के भत्तों को बढ़ाने की घोषणा की।
नेता विपक्ष गया चरण दिनकर ने सदन की कार्यवाही शांतिपूर्वक चलाने के लिए विधान सभा अध्यक्ष और सदस्यों को धन्यवाद दिया। भाजपा नेता सुरेश कुमार खन्ना, कांग्रेस के प्रदीप कुमार माथुर और रालोद के दलवीर सिंह ने भी सदस्यों के प्रति आभार जताया। इससे पहले संसदीय कार्यमंत्री मोहमद आजम खां ने कहा कि सोलहवीं विधानसभा का यह अंतिम सत्र नहीं है। दो महीने बाद एक और सत्र बुलाकर अनुपूरक बजट पारित कराया जायेगा।
Next Story