Home > राज्य > उत्तर प्रदेश > 'Bluff-master Now in Delhi' लिखने वाले गुजराती लेखक की चांदी, यूपी में बंटवाने के लिए बड़ा ऑर्डर देना चाहते हैं अखिलेश यादव
'Bluff-master Now in Delhi' लिखने वाले गुजराती लेखक की चांदी, यूपी में बंटवाने के लिए बड़ा ऑर्डर देना चाहते हैं अखिलेश यादव
BY Suryakant Pathak18 Sep 2016 10:33 AM GMT
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Suryakant Pathak18 Sep 2016 10:33 AM GMT
अखिलेश यादव ने जयेश शाह की किताब 'ब्लफ मास्टर इन दिल्ली' को मोदी के खिलाफ हथियार बनाने की ठानी है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जयेश की किताब को गांवों में बंटवाना चाहते हैं।
गुजरात के अहमदाबाद में रहने वाले जयेश शाह ने 2012 में 'फेकू' टाइटल के साथ एक किताब लिखी थी। उनकी यह किताब गुजराती भाषा में लिखी गई थी। दरअसल, जयेश का कहना था कि गुजरात में मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी ने जनता से बहुत सारे वादे किये थे लेकिन उनको पूरा नहीं किया। जयेश गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए नरेंद्र मोदी द्वारा जनता से किए गए झूठे वादों की पोल खोलना चाहते थे और इसीलिए उन्होंने यह किताब लिखी थी। हालांकि, उस समय जयेश की किताब ने कोई खास प्रसिद्धी नहीं हासिल कर पायी। जब दो साल बाद नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बन गए तो जयेश ने अपनी किताब का अंग्रेजी में अनुवाद कराया और इसका नाम रखा 'ब्लफ मास्टर नाउ इन दिल्ली'।खबरों की माने तो उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दिमाग में एक आइडिया आया है। अखिलेश यादव भी प्रदेश की जनता के समाने नरेंद्र मोदी की छवि सिर्फ वादे करने वाले नेता के रूप में प्रदर्शित करना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने जयेश शाह की किताब 'ब्लफ मास्टर इन दिल्ली' को मोदी के खिलाफ हथियार बनाने की ठानी है। सूत्रों की माने तो अखिलेश यादव ने जयेश की किताब का हिंदी में अनुवाद करवाया है और इसकी ढ़ेर सारी प्रतियां प्रकाशित कराई गईं हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जयेश की किताब को गांवों में बंटवाना चाहते हैं। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक जयेश शाह की किताब की एक बड़ी खेप के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने आॅर्डर भी दे दिया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कथित तौर पर मजाक उड़ाने वाली इस किताब पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक भाजपा कार्यकर्ता ने गुजरात उच्चन्यायालय में याचिका भी दायर की थी लेकिन कोर्ट ने उसकी याचिका खारिज कर दी थी। कोर्ट ने संविधान के अनुच्छेद 19 का हवाला देते हुए इस किताब पर प्रतिबंध लगाने की मांग करने वाली याचिका को खारिज कर दिया था। न्यायाधीश ने कहा कि किताब पर प्रतिबंध लगाने से अभिव्यक्ति की आजादी के मूल अधिकार का उल्लंघन होगा।
गुजरात के अहमदाबाद में रहने वाले जयेश शाह ने 2012 में 'फेकू' टाइटल के साथ एक किताब लिखी थी। उनकी यह किताब गुजराती भाषा में लिखी गई थी। दरअसल, जयेश का कहना था कि गुजरात में मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी ने जनता से बहुत सारे वादे किये थे लेकिन उनको पूरा नहीं किया। जयेश गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए नरेंद्र मोदी द्वारा जनता से किए गए झूठे वादों की पोल खोलना चाहते थे और इसीलिए उन्होंने यह किताब लिखी थी। हालांकि, उस समय जयेश की किताब ने कोई खास प्रसिद्धी नहीं हासिल कर पायी। जब दो साल बाद नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बन गए तो जयेश ने अपनी किताब का अंग्रेजी में अनुवाद कराया और इसका नाम रखा 'ब्लफ मास्टर नाउ इन दिल्ली'।
खबरों की माने तो उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दिमाग में एक आइडिया आया है। अखिलेश यादव भी प्रदेश की जनता के समाने नरेंद्र मोदी की छवि सिर्फ वादे करने वाले नेता के रूप में प्रदर्शित करना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने जयेश शाह की किताब 'ब्लफ मास्टर इन दिल्ली' को मोदी के खिलाफ हथियार बनाने की ठानी है। सूत्रों की माने तो अखिलेश यादव ने जयेश की किताब का हिंदी में अनुवाद करवाया है और इसकी ढ़ेर सारी प्रतियां प्रकाशित कराई गईं हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जयेश की किताब को गांवों में बंटवाना चाहते हैं। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक जयेश शाह की किताब की एक बड़ी खेप के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने आॅर्डर भी दे दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कथित तौर पर मजाक उड़ाने वाली इस किताब पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक भाजपा कार्यकर्ता ने गुजरात उच्चन्यायालय में याचिका भी दायर की थी लेकिन कोर्ट ने उसकी याचिका खारिज कर दी थी। कोर्ट ने संविधान के अनुच्छेद 19 का हवाला देते हुए इस किताब पर प्रतिबंध लगाने की मांग करने वाली याचिका को खारिज कर दिया था। न्यायाधीश ने कहा कि किताब पर प्रतिबंध लगाने से अभिव्यक्ति की आजादी के मूल अधिकार का उल्लंघन होगा।
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