21 'देशभक्त ब्राह्मणों' से यज्ञ करवाएंगी वसुंधरा राजे
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के निर्देश पर राजस्थान संस्कृत एकेडमी श्री मातेश्वरी टनोट राय मंदिर में 'राष्ट्र रक्षा यज्ञ' करवाने जा रही है। भारत-पाक सीमा पर स्थित इस मंदिर पर में यह यज्ञ देश की जवानों की दुश्मनों से रक्षा के लिए करवाया जा रहा है। यज्ञ 21 'देशभक्त ब्राह्राणों' द्वारा करवाया जाएगा। खुद सीएम राजे भी इस यज्ञ में शामिल होंगी, अभी तक संभावना है कि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी इसमें शामिल होंगे। यज्ञ के अलावा अकेडमी ने जवानों की रक्षा और विश्व में शांति के लिए 26 वेद विद्यालयों में मंत्राचार पहले से शुरू कर दिया है। पूरे नवरात्र चलने वाले इस मंत्राचार में 500 से ज्यादा स्टूडेंट और अकेडमी का स्टाफ शामिल होंगे।
सीएम ऑफिस द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि राजे मंदिर में खुद जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिए एक विशेष पूजा करेंगी। बयान में कहा गया है, 'यह सीमा के नजदीक रहने वाले लोगों की भी सुरक्षा करेगा। राजस्थान की पाकिस्तान से 1040 किलोमीटर सीमा लगती है।' महायज्ञ की पुष्टि करते हुए अकडेमी के डायरेक्टर राजेंद्र तिवारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, 'मुख्यमंत्री इसमें हिस्सा लेंगी। अभी तक तो केंद्रीय गृहमंत्री के हिस्सा लेने की भी संभावना है।'
राजस्थान संस्कृत अकेडमी की चेयरपर्सन जया दवे ने बताया कि हमारे पुराने समय में भी ऐसा होता है। इसलिए हमने हमारे जवानों को ऊर्जा देने, उनका मनोबल बढ़ाने और दुश्मनों से रक्षा करने के लिए मंत्राजाप करने की योजना बनाई। जब उनसे पूछा गया कि इसके लिए 'राष्ट्रभक्त ब्राह्राण' ही क्यों चुने गए तो उन्होंने बताया, 'अकादमी के साथ ब्राह्मण जुड़े रहे हैं। वे हमारे द्वारा संचालित कई संस्थाओं और एसोसिएशन से भी जुड़े रहे हैं। हमने उनकी क्षमता के आधार पर स्पेशल राष्ट्र रक्षा यज्ञ के लिए उन्हें चुना है।' साथ ही दवे ने बताया, 'ब्राह्राण जवानों के लिए प्रार्थना करें यह हमारी सनातन परंपरा का हिस्सा है। पहले भी जब क्षत्रिय युद्ध लड़ते थे तो ब्राह्राण ऐसी पूजा करते थे।'