जम्मू-कश्मीर में एक सप्ताह में 446 हुए अरेस्ट
राज्य सरकार के आंकड़ों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में एक सप्ताह में 446 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। घाटी में पिछले 90 दिनों से सरकार प्रदर्शन को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही हैं। कश्मीर के इतिहास में यह अब तक का सबसे लंबा प्रदर्शन है। गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या पिछले दो दशक को सबसे बड़ा आंकड़ा है। 8 जुलाई को आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद से पुलिस ने घाटी में करीब सात हजार लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही करीब 450 लोगों के खिलाफ जन सुरक्षा कानून के तहत मामला दर्ज किया है। यह घाटी में अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इन आंकड़ों के अलावा 1500 अन्यों को अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में हिरासत में लिया गया है। इन पर किसी तरह का कोई चार्ज नहीं लगाया है, इनकी हिरासत को सरकारी आंकड़ों में नहीं दिखाया गया है।
आंकड़ों के मुताबिक दक्षिणी कश्मीर के चार जिलों अनंतनाग, कुलगाम, शोपियां और पुलवमान जोकि प्रदर्शन का केंद्र बिंदू हैं में 1821 से ज्यादा नागारिकों को गिरफ्तार किया गया है और 500 से ज्यादा को शांति बनाए रखने के लिए हिरासत में लिया गया है। मध्य कश्मीर में श्रीनगर, बुडगाम और गेंडर्बल जिले में पुलिस ने 1700 के करीब लोगों को गिरफ्तार किया है और 350 को हिरासत में लिया है। नॉर्थ कश्मीर के तीन जिलों बारामूला, कुपवाड़ा और बांदीपोर में 1130 को गिरफ्तार और 178 को हिरासत में लिया गया है।
गिरफ्तारी का आंकड़ा सबसे ज्यादा श्रीनगर में देखने को मिला है। यहां एक हजार से से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया और 129 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इसके बाद पुलवामा जिला आता है, जहां 700 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 150 लोगों को हिरासत में लिया गया है। बारामूला में 671 को गिरफ्तार और 63 को हिरासत में रखा गया है। सबसे कम कुपवाड़ा में गिरफ्तारी हुई है। यह जिला नॉर्थ कश्मीर में पिछले तीन से सबसे ज्यादा अस्थिर है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक यहां 250 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है और करीब 100 लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने पीएसए एक्ट के लिए 560 लोगों के खिलाफ फाइल लगाई थी, लेकिन उन्हें 483 के लिए ही मंजूरी मिली।
नॉर्थ कश्मीर के बारामूला जिले में पुलिस ने जन सुरक्षा एक्ट के तहत 107 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसके बाद पुलवामा में इस एक्ट के तहत 100 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किय गया है।