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मुलायम सिंह के वो किस्से जिन्हें हर कोई नहीं जानता, पढ़ें इसलिए उन्हें कहते हैं 'नेताजी'
BY Suryakant Pathak4 Nov 2016 4:06 PM GMT
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Suryakant Pathak4 Nov 2016 4:06 PM GMT
लखनऊ. मुलायम सिंह से जुड़े कुछ ऐसे किस्से हैं, जिन्हें हर कोई नहीं जानता। उनके करीबियों से बात करने पर ये रोचक किस्से सामने आए, जिसकी वजह से लोग उन्हें 'नेताजी' के नाम से पुकारते हैं। आगे पढ़िए पार्टी बनने से लेकर मुलायम के सीएम बनने तक के किस्से...
1- कैबिनेट मंत्री राम गोविंद चौधरी के मुताबिक, मुलायम सिंह यादव के साथ यदि किसी ने उन्हें किसी भी रूप में फायदा पहुंचा दिया तो वो उस व्यक्ति को हमेशा याद रखते हैं।
2- यदि एक बार कोई भी व्यक्ति पार्टी के हित में कोई अच्छा काम कर दे तो वो ताउम्र मुलायम सिंह यादव के लिए उनका करीबी हो जाता है।
3- मुलायम सिंह के नेताजी बनने के पीछे की वजहों में से एक यह भी है कि उन्हें संघर्ष के दौरान इतना अनुभव हो गया है कि वो जमीन पर उतरते ही अंदाजा लगाकर बता देते हैं कि वो वहां जीतेंगे या नहीं।
4- मुलायम सिंह यादव ने लोहिया के साथ कम समय बिताया, लेकिन उनकी बहुत सारी खूबियों को अपने अंदर ले आए, जिनमें संघर्ष की क्षमता और क्रांतिकारी स्वरूप उन्हीं की देन है।
5- कैबिनेट मंत्री विनोद सिंह ने बताया कि मैं बहुत समय से मुलायम सिंह के साथ जुड़ा रहा और पार्टी की सालों से प्रचार में रहा। एक बार मुझे गोंडा में किसी चुनावी रंजिश में गोली लगी थी उस दौरान डॉक्टरों ने कहा कि अब ये नहीं बचेगा। तभी किसी तरह से ये बात मुलायम सिंह यादव तक पहुंची तो उन्होंने अपना हवाई जहाज मेेरे जैसे सामान्य कार्यकर्ता के लिए भेजकर मेरा इलाज करवाया, जिसकी वजह से मैं जिंदा बच पाया।
6- एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जब मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, तभी मुलायम सिंह ने हमसे पहले ही कह दिया था कि यहां का संगठन और सरकार दोनों अलग हैं, तुरंत नहीं हटाकर बदला नहीं गया तो इस बार भाजपा की सरकार आएगी। नतीजा उस चुनावों में हम लोगों की अनदेखी की गई और रिजल्ट सबके सामने है कि लगातार भाजपा सरकार वहां बनी हुई है।
7- कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी ने बताया कि एक बार मुलायम सिंह यादव के साथ हम अमौसी एअरपोर्ट जा रहे थे, तभी रास्ते में एक दूधवाला मिर्गी आने के कारण सड़क के किनारे पड़ा था। उसका दूध भी पूरा गिर गया था। नेताजी की नज़र पड़ी तो उन्होंने अपनी गाड़ी रूकवाई और उसे अपनी ही गाड़ी से भेजा और उसके नुकसान का पैसा भी दिया।
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