चीन में चर्चों को डायनामाइट लगा कर उड़ा रही सरकार
BY Anonymous15 Jan 2018 4:01 AM GMT
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Anonymous15 Jan 2018 4:01 AM GMT
चीन में सरकार डायनामाइट लगा कर चर्चों को ध्वस्त कर रही है। उत्तरी चीन के शांक्सी प्रांत स्थित गोल्डन लैम्पस्टैंड चर्च को गुरुवार (11 जनवरी) को गिरा दिया गया। सरकार का कहना है कि यह चर्च अवैध निर्माण के तहत आता था। कुछ धार्मिक समूहों ने सरकार के इस कदम को 'तालिबान-स्टाइल उत्पीड़न' करार दिया है। इस चर्च में करीब 50 हजार ईसाई प्रार्थना करने आते थे। वहीं किसी भी तरह के विरोध का सामना करने के लिए भी अधिकारी तैयार हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक राज्य में अवैध निर्मणों को ढहाने का काम मंगलवार से शुरू किया गया है। ग्लोबल टाइम्स न्यूज़पेपर की रिपोर्ट के मुताबिक सरकार के अधिकारियों का कहना है, 'एक ईसाई व्यक्ति ने स्थानीय ईसाई एसोसिएशन को अपना खेत दिया था और उन्होंने गोदाम की आड़ में उस जमीन पर चर्च का निर्माण कर दिया।' स्थानीय आवास विभाग के अधिकारी का कहना है कि साल 2009 में चर्च के निर्माण कार्य को रोक दिया गया था, लेकिन तब तक वह लगभग पूरा हो चुका था। उस वक्त कई ईसाइयों को जेल भी भेजा गया था।
धार्मिक समूह के अध्यक्ष बॉब फू का कहना है, 'शांतिपूर्ण चर्च को इस तरह से गिराना तालिबान और आईएसआईएस स्टाइल का काम है। इस चर्च के करीब 50 हजार सदस्य थे। प्रार्थना गृह को केवल इसलिए नष्ट कर दिया गया क्योंकि कम्युनिस्ट अधिकारियों के साथ इसे रजिस्टर करने से इनकार कर दिया गया था।' राष्ट्रपति शी जिनपिंग के नेतृत्व में चीन की सरकार चर्चों को ढहाने का काम कर रही है। चीन के नागरिकों को संविधान के मुताबिक अपनी आस्था के अनुरूप धर्म को मानने का अधिकार है, लेकिन वहां अधिकारियों का धार्मिक समूहों पर और चर्चों पर कंट्रोल हमेशा से ही है। धार्मिक समूहों पर इस तरह से नियंत्रण रखते हुए धर्म पर विदेशी प्रभाव को रोकने की कोशिश की जाती है। 2014 के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक चीन में करीब 57 लाख लोग कैथोलिक हैं तो 2.3 करोड़ लोग प्रोटेस्टेंट हैं।
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