बलूच नेताओं ने कहा- पाक का कभी नहीं था बलूचिस्तान
भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बलूचिस्तान का मुद्दा उठाने के बाद से बौखालाए पाक ने मोदी का समर्थन करने वाले नेताओं पर बेशक मुकदमे दर्ज करा दिए हों लेकिन उसके इस कदम ने बलूच मुद्दे पर अभी तक दबी पड़ी चिंगारी को हवा दे दी है।
बलूच नेताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज होते ही दुनियाभर में उनके समर्थन में बलूच लोग खड़े हो गए हैं। पाकिस्तान की वजह से दूसरे देशों में निवार्सित जीवन जी रहे लोगों ने इस मुद्दे पर खुलकर पाकिस्तान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने साफ कहा कि बलूचिस्तान न कभी पाकिस्तान का हिस्सा था और न कभी रहेगा।
भारतीय प्रधानमंत्री के रुख का किया समर्थन
पेरिस में रह रहे बलूच नेता मुनीर मेंगल ने कहा पाकिस्तान बलूचिस्तान में लोगों की आवाज चुप कराने के हर हथकंडे अपना रहा है, लेकिन इससे लोगों की आजादी की लड़ाई पर कोई असर नहीं पड़ेगा। वे हम पर 70 सालों से जुल्म ढा रहे हैं लेकिन न हमने उनके खिलाफ कभी घुटने टेके थे न टेकेंगे।
पाकिस्तान हमारे नेताओं के खिलाफ ऐसी ओछी कार्रवाई पहले भी कई बार कर चुका है लेकिन इससे हमारे हौसले कम नहीं होंगे। मेंगल ने भारतीय प्रधानमंत्री के रुख का भी समर्थन किया। कहा- मोदी ने एक जिम्मेदार नेता की तरह बलूचिस्तान की आवाज को दुनिया के सामने जाहिर किया है।
वहीं लंदन में रहने वाले बलूच नेता मीर हुसैन का कहना है कि पाकिस्तान बलूचिस्तान में उठने वाली हर आवाज को ताकत के दम पर कुचल देना चाहता है लेकिन वह अपने मंसूबों में कभी सफल नहीं होगा। बलूचिस्तान न कभी पाकिस्तान का हिस्सा था और न कभी रहेगा। हम उनके अत्याचारों के सामने कभी नहीं झुकेंगे।