ओमप्रकाश राजभर कर रहे हैं नौटंकी, सच में इस्तीफा देना है तो गवर्नर को सौंपे

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के इस्तीफे को प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने नौटंकी करार दिया है. सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा है कि अगर राजभर सच में इस्तीफा देना चाहते हैं तो उन्हें गवर्नर को देना चाहिए. क्योंकि उनका इस्तीफा गवर्नर ही मंजूर करेंगे.
प्रयागराज में मीडिया से बातचीत में सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा, 'मंत्री ओम प्रकाश राजभर इस्तीफा देने की नौटंकी कर रहे हैं. वह इस्तीफा देने को लेकर झूठ बोलते हैं और सत्ता की मलाई भी खाते रहना चाहते हैं. अगर उन्हें सच में सत्ता में नहीं रहना है, तो उन्हें राजभवन जाकर फौरन इस्तीफा दे देना चाहिए. उनका इस्तीफा गवर्नर ही मंजूर करेंगे. उन्हें सिर्फ राजनीति करनी है, इसलिए इस्तीफे की बात करते हैं.'
राजभर बोले- 13 अप्रैल को ही दिया था इस्तीफा
दरअसल, सोमवार को बलिया में मीडिया से बातचीत करते हुए ओम प्रकाश राजभर ने कहा था कि उन्होंने बीजेपी का दामन छोड़ दिया है. उन्होंने प्रदेश सरकार के मंत्रीमंडल से 13 अप्रैल को ही इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने उनका इस्तीफा अभी तक स्वीकार नहीं किया है. राजभर ने चुनाव आयोग से शिकायत भी की है कि बीजेपी उनकी तस्वीर का इस्तेमाल चुनावों में कर रही है.
राजभर ने बताया कि मैंने बीजेपी से कहा था कि वह अपने सिंबल पर चुनाव लड़ना चाहते हैं और वह सिर्फ एक ही सीट पर चुनाव लड़ेंगे. लेकिन बीजेपी इस बात को लेकर राजी नहीं हुई और मेरा इस्तीफा भी स्वीकार नहीं किया गया. मैंने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करा दी है. बलिया में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए इस बात का खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि मेरे साथ-साथ बीजेपी सरकार से दर्जा प्राप्त दो मंत्रियों ने भी इस्तीफा दे दिया है और अब उनका बीजेपी से कोई रिश्ता नहीं है.
राजभर ने 39 सीटों पर उम्मीदवार उतारे
बता दें कि बीजेपी से सीट बंटवारे को लेकर सहमति न बनने के बाद राजभर ने पूर्वांचल और अवध की 39 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं, जिनमें पीएम मोदी की वाराणसी सीट भी शामिल है. दरअसल भाजपा ने राजभर के बेटे अरविंद राजभर को घोसी सीट से चुनाव लड़ाने की बात कही थी. लेकिन भाजपा चाहती थी की अरविंद राजभर भाजपा के सिंबल पर चुनाव लड़ें. जिसके लिए ओमप्रकाश राजभर तैयार नहीं हुए