मायावती प्रधानमंत्री और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री? ये है सपा-बसपा गठबंधन की डील

नई दिल्ली: एक दूसरे को फूटी आंख न सुहाने वाले सपा-बसपा अब गलबहियां करते हुए चुनावी मैदान में हैं। दोनों दलों का यह कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार न केवल लोगों की आवाज दबाती है बल्कि 2014 में किए गए अपने वादों को पूरा नहीं किया। सपा-बसपा का आरोप है कि एनडीए के शासन में लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है। ऐसे हालात में सपा-बसपा को एक साथ एक मंच पर आना पड़ा लेकिन अखिलेश यादव के बयान पर गौर करें तो इस गठबंधन के कुछ और मायने निकलते दिख रहे हैं।
मायावती को बनाना चाहते हैं प्रधानमंत्री
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि सपा-बसपा का गठबंधन 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी जारी रहेगा। मुंबई मिरर से बातचीत करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि वह बसपा सुप्रीमो को प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं जबकि मायावती उनको उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने के लिए पूरी मेहनत करने को तैयार हैं।
बसपा सुप्रीमो के साथ संबंधों में नहीं रहे दरार
अखिलेश यादव ने कहा कि कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और जेडीएस नेतृत्व में बनी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में मायावती से मिले थे लेकिन उनकी तब बात नहीं हो पाई थी। इसके बाद वह मायावती से मिले और उन्होंने सपा- बसपा गठबंधन पर बात की। सपा नेता ने यह भी कहा कि उनके और मायावती के रिश्तों में कभी दरार नहीं थी।
मजबूत है सपा-बसपा का गठबंधन
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका मजबूत और जमीनी गठबंधन है। इसके साथ ही यादव ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता लखनऊ से लेकर रॉबर्ट्सगंज तक एक साथ हैं।
बीजेपी को बताया तानाशाह
सपा नेता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश के लिए खतरा है। वह समाज को बांटना चाहती है। अखिलेश यादव ने इसके साथ ही कहा कि वह तानाशाही से भरी भारतीय जनता पार्टी को कभी अपना समर्थन नहीं दे सकते हैं।
कांग्रेस को बताया घमंडी
पूर्व सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश के चुनाव में हमारा कांग्रेस के साथ गठबंधन था, हम उनके साथ लोकसभा चुनाव भी साथ लड़ना चाहते थे लेकिन मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चुनाव के जीत के बाद कांग्रेस हमको भूल गई। अखिलेश ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों दल घमंडी हैं।
अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इसी दल ने उनके पिता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती के खिलाफ सीबीआई को लगाया था। सपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बने इस महागठबंधन का सिर्फ एक ही संकल्प है नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद से हटाना।