महाकुंभ प्रयागराज में लखनऊ के कलाकार सिखा रहे कला की बारिकियां
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लखनऊ 19 जनवरी।
संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से ग्राम विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा करछना व चाका तहसील के सरकारी और गैर-सरकारी विद्यालयों में पंद्रह दिवसीय कार्यशालाओं का आयोजन किया गया है। आठ जनवरी से 22 जनवरी तक चलने वाली विलुप्त होती कलाओं का प्रशिक्षण प्रदान करने के लखनऊ के अनुभवी कलाकारों का चयन किया गया है। अवधी लोक गीत, नृत्य कार्यशाला में पचपन बच्चों को प्रशिक्षण कल्चर दीदी के नाम से प्रसिद्ध लोक गायिका कुसुम वर्मा प्रदान कर रही हैं। लोक गीतों की परम्परागत विधा में बन्ना-बन्नी, कुम्भ मेला गीत, कजरी, फाग, होली आदि देवी स्तुति का प्रशिक्षण लेट आर पी के बच्चों को प्रदान कर रही हैं। वहीं रंगोली का प्रशिक्षण खान पट्टी महेबा के बच्चों प्रदान करने के लिए लखनऊ की बेहतरीन लोककला में सिद्धहस्त कलाकर ज्योति किरन रतन प्रशिक्षणरत हैं। ज्योति रतन ने बताया कि महाकुंभ महिमा को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक पूजा अवसर पर बनाये जाने वाली परंपरागत चौक और रंगोली जो देश के विभिन्न राज्यों का हिस्सा है उसको सिखाया है, जिसकी प्रस्तुति बच्चों द्वारा कला कुंभ पंडाल में होगी। रंगोली कार्यशाला में प्रत्येक व्रत, त्योहार से संबंधित चौक के साथ घर को सजाने में कैसे चौक बनायें। रंगोली बनाने के लिए अधिकतर बेकार सामान जैसे बालू , मिट्टी, गोबर, चोकर, दाल भूसी के साथ पानी के पेंट का प्रयोग किया जा रहा है। यही नहीं, प्रत्येक परम्परागत रंगोली के साथ जुड़ी कहानी और महत्त्व के बारे में भी बताया जा रहा है। जादू सिखाने में लखनऊ के विख्यात प्रशिक्षक जादूगर आफताब और सुरेश की जोड़ी नित नये जादू या कहें हाथ की सफाई से, बच्चों को हैरान कर रहे है। बच्चे भी मजे से प्रसन्न होकर सीख रहे हैं। लखनऊ के कलाकारों संग बच्चों की प्रस्तुतियां 21और 22 जनवरी को कला कुम्भ मेला पंडाल में आयोजित होंगी।