कब है गणेश जयंती? नोट कर लें सही तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
![कब है गणेश जयंती? नोट कर लें सही तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि कब है गणेश जयंती? नोट कर लें सही तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि](https://www.jantakiawaz.org/h-upload/2025/01/24/531907-5e880ad9-eb15-46fe-a0c2-8e6e29f30398.webp)
पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान गणेश का जन्म माघ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हुआ था. देशभर में इसे कई नाम से जाना जाता है जैसे- माघ विनायक चतुर्थी, तिल कुंड चतुर्थी, और वरद चतुर्थी आदी. हिंदू धर्म में इस दिन का खास महत्व होता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन गणेश जी की पूरे विधि-विधान से पूजा अर्चना करने वाले व्यक्ति को बुद्धि, बल के साथ सुख-समृद्धि प्राप्ति होती है.
गणेश जयंती कब है?
हिंदू वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल श्री गणेश जयंती यानी माघ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत शनिवार, 1 फरवरी को सुबह 11 बजकर 38 मिनट पर शुरू होगी. इसके साथ ही तिथि का समापन रविवार, 2 फरवरी को सुबह 9 बजकर 14 मिनट पर होगा. उदया तिथि के अनुसार, इस साल गणेश जयंती 1 फरवरी 2025 को मनाई जाएगी.
गणेश जयंती पूजा का शुभ मुहूर्त
गणेश जयंती के दिन मध्याह्न गणेश पूजा मुहूर्त सुबह 11 बजकर 38 मिनट से लेकर दोपहर 1 बजकर 40 मिनट तक रहेगा. ऐसे में भक्तो को बप्पा की पूजा के लिए कुल 2 घंटे 2 मिनट का समय मिलेगा. इसके अलावा वर्जित चन्द्र दर्शन का समय रात्रि 9 बजकर 2 मिनट से लेकर रात्रि 9 बजकर 7 मिनट तक है.
गणेश जयंती पूजा विधि
गणेश जयंती के दिन बप्पा की पूजा करने के लिए सुबह प्रात: काल स्नान कर साफ-सुथरे वस्त्र पहन लें. उसके बाद विघ्नहर्ता भगवान गणेश का ध्यान कर व्रत का संकल्प लें. उसेक बाद पूजा स्थल की साफ-सफाई कर गंगाजल से शुद्ध कर लें. फिर एक चौकी पर भगवान गणेश की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें. गणेश जी की मूर्ति का पानी, दूध, शहद और दही से स्नान करवाएं. उसके बाद धूप-दीप प्रज्वलित करें और भगवान गणेश के मंत्रों का जाप करते हुए पूजा शुरू करें. उसके बाद गणेश जी को फूल, रोली, दुर्वा, सुपारी, फल और मिठाई अर्पित करें. उसके बाद गणेश जयंती की कथा पढ़ें और सुनें. फिर अंत में भगवान गणेश की आरती कर पूजा संपन्न करें.