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उत्तर प्रदेश

मौनी का महास्नान कल, संगम से सड़क तक श्रद्धा का रेला, पांटून से पैदल पुल बंद

मौनी का महास्नान कल, संगम से सड़क तक श्रद्धा का रेला, पांटून से पैदल  पुल बंद
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मौनी अमावस्या का महास्नान बुधवार को है लेकिन दो दिन पहले ही स्नान के लिए भारी भीड़ उमड़ी। सोमवार को संगम से लेकर सड़क तक श्रद्धा का रेला उमड़ा। भीड़ बढ़ने पर पांटून पुलों से पैदल भी आवागमन रोक दिया गया। इसकी वजह से संगम के अलावा झूंसी जोन में ऐरावत घाट पर श्रद्धालुओं की ज्यादा भीड़ रही।

शास्त्री पुल श्रद्धालुओं से भरा रहा। पैदल चलना भी मुश्किल भरा रहा। यह स्थिति अंदावा चौराहे तक रही। शहर में लोक सेवा आयोग चौराहे से संगम तक स्नानार्थियों का रेला चला आ रहा था। यह क्रम टूटने का नाम नहीं ले रहा था। इसी तरह की स्थिति संगम की तरफ जाने वाली अन्य सड़कों का भी रहा।भीड़ बढ़ने की वजह से दिन में बालसन चौराहे से जवाहर लाल नेहरू मार्ग पर आवागमन रोक दिया गया था। स्नानार्थियों को जार्जटाउन, अल्लापुर, बख्शी बांध होते हुए संगम की तरफ भेजा गया। इस तरह के डायवर्जन जगह-जगह किए गए थे।

मेला क्षेत्र तो पूरी तरह से भरा हुआ था। काली एवं त्रिवेणी मार्ग, बांध पर लोग एक दूसरे के पीछे चले जा रहे थे। संगम, नागबासुकी तथा झूंसी तीनों जोन के हर मार्ग पर स्नानार्थियों की भीड़ रही। यहां तक झूंसी की तरफ बने रिवर फ्रंट रोड पर भी पैदल चलना मुश्किल था। जबकि, आम दिनों में लोग अपने वाहनों से भी आ-जा रहे थे। झूंसी की तरफ से आने वाले ज्यादातर श्रद्धालुओं को शास्त्री ब्रिज से पहले ही मेला क्षेत्र में उतार दिया गया। इनमें से ज्यादातर लोग संगम जाना चाहते थे लेकिन पांटून पुल पर आवागमन प्रतिबंधित रहने से निराशा हुई। इसे लेकर श्रद्धालुओं में नाराजगी भी रही।

मौनी अमावस्या स्नान पर्व के चार दिन पहले से ही स्नानार्थियों में उत्साह दिखने लगा। रविवार और सोमवार को तो जनसैलाब उमड़ा। इसका अनुमान इससे ही लगाया जा सकता है कि प्रशासन के आकंड़ों के अनुसार इन दो दिनों में पौने तीन करोड़ से अधिक लोगों ने स्नान किया। इनमें से एक करोड़ 74 लाख श्रद्धालुओंं ने रविवार को स्नान किया था। वहीं सोमवार को भी शाम चार बजे तक 91.15 लोगों ने स्नान कर लिया था।

सरकार की ओर से महाकुंभ में 40 से 45 करोड़ लोगों के स्नान करने की उम्मीद है। यह आंकड़ा छूता भी दिख रहा है। मेला प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार मौनी अमावस्या से एक दिन ही स्नानार्थियों की कुल संख्या 15 करोड़ को पार कर जाने की उम्मीद है। रविवार तक 13.21 करोड़ लोग स्नान कर चुके थे। सोमवार को भी एक करोड़ से अधिक लोगों ने स्नान किया। मौनी अमावस्या से पहले मंगलवार को भी एक करोड़ से अधिक लोगों के स्नान की उम्मीद है। ऐसे में मौनी अमावस्या से एक दिन पहले ही स्नानार्थियों की कुल संख्या 15 करोड़ को पार कर जाने की उम्मीद है।

सोमवार को महाकुंभ क्षेत्र में बनाए गए सभी 30 पांटून पुलों को बंद कर दिया गया। इसको लेकर श्रद्धालुओं में गहरा आक्रोश देखा गया। एनाउंस करके श्रद्धालुओं से कहा गया कि वह जिधर से मेले में आ रहे हैं स्नान के बाद उसी उसे रास्ते से वापस लौट जाएं, पांटून पुल बंद है उस पार जाने का प्रयास न करें। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह व्यवस्था लागू की गई है। महाराष्ट्र से आए एक सिपाही से पुलिस की तीखी नोकझोक हुई। सुबह 11 बजे झूंसी की ओर से आए कुछ नागा साधु पांटून पुल पार करने की जिद पर अड़ गए। यहां पर तैनात पुलिसकर्मियों और पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों ने उन्होंने नहीं जाने दिया। दोनों साधुओं की पुलिस से तीखी नोकझोंक हुई। दोनों साधु पांटून पुल का रास्ता न खोले जाने पर उग्र हो गए। इसके बाद यहां पर भीड़ जमा हो गई। पुलिस और साधुओं की बहस का लोग वीडियो भी बनाते रहे।

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