काशी में आस्था का सैलाब: सड़कों से गंगा घाटों तक लगी कतारें, जयकारों से गूंज रहा आसमान
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वाराणसी। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में उमड़े आस्था के प्रवाह का जनज्वार ज्यों-ज्यों बढ़ता जा रहा है, प्रशासन त्यों-त्यों श्रद्धालुओं की संख्या प्रबंधन के लिए नित नए-नए उपाय करता जा रहा है। शुक्रवार को पुन: उमड़ी रिकॉर्ड तोड़ श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए अब सड़कों के अतिरिक्त घाटों के किनारे-किनारे भी कतारें व्यवस्थित कर दी गई हैं।
मंदिर के परित: दो से पांच किमी लंबी कतार सड़क पर है तो असि से लेकर ललिता घाट तक भी लगभग पांच किमी लंबाई में गंगा के समानांतर श्रद्धा प्रवाह कतारों में बह रहा है। पांच से सात घंटे तक कतारों में लगे श्रद्धालु अपनी बारी आने पर बाबा के दर्शन पा निहाल हो रहे हैं।
हर-हर महादेव गुंजा रहे हैं तो भक्ति में तन-मन रमा रहे हैं। शुक्रवार की रात दस बजे तक सात लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे, अनुमान था कि रात एक बजे मंदिर के कपाट बंद होने तक यह संख्या साढ़े आठ लाख की संख्या पार कर जाएगी।
शुक्रवार को अब तक की सर्वाधिक भीड़ काशी पहुंचने का अनुमान लगाया गया। हर ओर से मेला का रेला चला आ रहा था। विभिन्न भाषा-भाषी, विभिन्न राज्यों के निवासी अपनी अलग-अलग वेशभूषा में समूहों में विभिन्न मार्गाें से बाबा धाम का पता पूछते चले आ रहे थे।
इनमें से कई नंगे पांव भी दिखे तो सबके माथे पर त्रिपुंड की दीप्ति दिखी। विभिन्न मोड़ों, तिराहों, चौराहों पर उपस्थित पुलिस के जवान उन्हें रास्ता बताते विभिन्न मार्गाें व गलियों में मोड़ देते। वहां से वे गंगा घाट पहंचते, वहां पुण्यदायिनी में आस्था की डुबकी लगा कर वहीं से कतारों में लग जाते। फिर घाटों को पार करते ललिता घाट पहुंच गंगा द्वार से बाबा दरबार में प्रवेश पाते।
इधर गोदौलिया से पार्किंग के बाएं अगस्त्य कुंड होते हुए दशाश्वमेध पहुंच रहे श्रद्धालु गंगा स्नान के पश्चात चितरंजन पार्क होते लंबी कतारों में लगते रहे। यह कतार चौक के आगे से यूटर्न कर प्रवेश द्वार क्रमांक चार से मंदिर तक पहुंच रही थी। सभी पांच से छह घंटे तक प्रतीक्षा के पश्चात सभी को दर्शन का साैभाग्य मिलता। इधर बाबा काल भैरव मंदिर से बाबा दरबार तक पांच किमी लंबी तो सोनारपुरा से गोदौलिया तक तीन किमी, रेवड़ीतालाब से गोदौलिया तक तीन किमी लंबी कतार देर रात तक लगी रही।
श्रद्धालुओं की संख्या के अनुसार प्रतिदिन निर्धारित होगी मंदिर खुलने की अवधि : मंडलायुक्त
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या के दृष्टिगत अब प्रतिदिन मंदिर के खुलने की अवधि का निर्धारिण किया जाएगा ताकि सभी श्रद्धालुओं को बाबा के दर्शन का अवसर प्राप्त हो सके। यह जानकारी मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने शुक्रवार को दी।
उन्होंने बताया कि श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में पधारने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। वह स्वयं तथा जिलाधिकारी एस राजलिंगम, मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र सहित पुलिस के आला अधिकारी व्यवस्थाओं पर पैनी दृष्टि रखे हुए हैं। धाम प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा हैं कि श्रद्धालुओं को स्वच्छता, जल आपूर्ति, यातायात व्यवस्था, सुरक्षा इंतजाम, चिकित्सकीय सुविधाएं और अन्य आवश्यक सेवाएं मिलती रहे।