आर्मी अफसर की मौत: शादी के नौ महीने बाद उजड़ गया सुहाग, बिलखते हुए पत्नी बोली- बाबू मुझे छोड़ कर क्यों चले गए?
कैप्टन रुद्र प्रताप सिंह के निधन के बाद उनकी पत्नी हिमांशी का रो- रोकर बुरा हाल है। पति की मौत की सूचना सबसे पहले हिमांशी को ही मिली थी। रुद्र और हिमांशी की शादी नौ महीने पहले ही हुई थी।
कैप्टन रुद्र प्रताप सिंह के निधन से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। घरवालों के साथ ही आसपास के लोगों के घरों में भी सन्नाटा पसरा है। कैप्टन रुद्र प्रताप सिंह की इच्छा से उनकी पत्नी हिमांशी देहरादून से एमबीए की पढ़ाई कर रही हैं। शादी के महज नौ महीने बाद ही हिमांशी के पति का निधन हो गया। इसे लेकर परिजनों के साथ ही कॉलोनी के लोग भी खासे दुखी दिखे। सभी का यही कहना था कि ईश्वर ने यह कैसा अनर्थ किया?
उधर, हिमांशी के मुंह से बार-बार यही निकल रहा था कि बाबू मुझे छोड़ कर क्यों चले गए? बचपन में पापा हमें छोड़ कर चले गए और जिंदगी की जब शुरुआत हुई तो आप छोड़ कर चल दिए। परिजनों ने बताया कि कैप्टन रुद्र के निधन की सूचना सबसे पहले उनकी पत्नी हिमांशी को ही सेना के द्वारा दी गई थी। सूचना पाकर कॉलेज से हिमांशी रोती-बिलखती हुई अपनी एक सहेली के साथ ससुराल आईं।
उधर, मां संगीता अपनी इकलौते बेटे को खोने के बाद रोते हुए बेहोश हो जा रही थीं। वह बार-बार यही कह रही थीं कि हे भगवान अब किसके सहारे जियेंगे? हम लोगों का बुढ़ापा कैसे कटेगा? हमारी फूल सी बहू कैसे रहेगी? हिमांशी और संगीता सिंह का बिलखना देख कर हर किसी की आंख भर आईं।
2015 में सेना में भर्ती हुए थे रुद्र प्रताप सिंह
गाजीपुर के भाला बुजुर्ग गांव के मूल निवासी अशोक सिंह मिर्जापुर के चील्ह थाने में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं। सब इंस्पेक्टर अशोक के इकलौते पुत्र कैप्टन रुद्र प्रताप सिंह वर्ष 2015 में सेना में अधिकारी चयनित हुए थे। वर्ष 2018 में रुद्र प्रताप सिंह कैप्टन बने थे। 25 अप्रैल 2024 को उनकी शादी गाजीपुर के सैदपुर की रहने वाली हिमांशी सिंह के साथ हुई थी।
पार्टी में डांस करने के दौरान बिगड़ी थी तबीयत
पिता अशोक सिंह ने रुंधे गले से बताया कि जम्मू के अखनूर सेक्टर में एक माह का आर्टिलरी कैंप लगा था। उसके ऑफिसर इंचार्ज रुद्र प्रताप सिंह थे। कैंप की समाप्ति पर एक फरवरी को दावत का आयोजन था। पार्टी में डांस करने के दौरान रात लगभग 9.35 बजे रुद्र को चक्कर आया और वह बैठ गए। उन्हें सीपीआर दिया गया। सेना उन्हें अखनूर स्थित मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराई, इसके बाद वेंटिलेटर पर रखा गया। शनिवार की रात 11. 45 बजे कमांडिंग ऑफिसर ने फोन करके बताया कि रुद्र प्रताप सिंह का निधन हो गया है।
अशोक सिंह ने कहा कि तीन माह पूर्व रुद्र आसाम से अखनूर सेक्टर गए थे। कैप्टन रुद्र प्रताप सिंह का पार्थिव शरीर हवाई जहाज से बाबतपुर एयरपोर्ट लाया गया। उनका पार्थिव शरीर लेकर उनके घर पहुंचे तो पूरी कॉलोनी का माहौल गमगीन हो गया। कैप्टन रुद्र की पत्नी हिमांशी और मां संगीता का रो-रोकर बुरा हाल था। महिलाएं सास-बहू को बड़ी ही मुश्किल से संभाले हुए थीं।