ऋषि बालार्क की साधना से पवित्र बहराइच की धरा:योगी

विदेशी आक्रांताओं का महिमामंडन करने वालों पर लगेगा राजद्रोह
आनंद गुप्ता/के0के0 सक्सेना
बहराइच। प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज एकदिवसीय भ्रमण हेतु जनपद बहराइच पहुंचे, जनपद पहुंचने पर विधान परिषद सदस्य एवं पूर्व सांसद पद्मसेन चौधरी, विधायक बलहा सरोज सोनकर, विधायक महसी सुरेश्वर सिंह, विधायक पयागपुर सुभाष त्रिपाठी, विधायक नानपारा राम निवास वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू सिंह, विधान परिषद सदस्य डा0 प्रज्ञा त्रिपाठी, जिलाध्यक्ष भाजपा बृजेश पाण्डेय, पूर्व सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा, पूर्व सांसद अक्षयवर लाल गोंड एवं जिलाधिकारी मोनिका रानी, पुलिस अधीक्षक रामनयन सिंह तथा अन्य माननीय जनप्रतिनिधियों ने अगुवानी कर स्वागत किया। इस दौरान मा0 मुख्यमंत्री ने सर्वप्रथम नवनिर्मित तहसील भवन का फीता काटकर उद्घाटन किया तत्पश्चात् बटन दबाकर तहसील के मुख्य भवन का लोकार्पण किया। उन्होने नवनिर्मित तहसील भवन का भ्रमण कर अवलोकन भी किया। इसके पश्चात् तहसील परिसर में माननीय मुख्यमंत्री ने पौधरोपण कर लोगों को अधिक से अधिक पौधे लगाने हेतु प्रेरित भी किया।
इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री जी ने सभी जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, कर्मचारियों, मीडिया बन्धुओं व विशाल जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज जनपद बहराइच के बलहा विधान सभा क्षेत्र के अन्तर्गत मिहिपुरवा में नई तहसील भवन के लोकार्पण के साथ ही तहसील के अधिकारियों व कर्मचारियों हेतु आवासीय भवन का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होने तहसील एवं जनपद वासियों को हृदय से बधाई और शुभकामनाएं दी और कहा कि बहराइच जनपद भारत की ऋषि परम्परा से जुडा हुआ जनपद है। कहा जाता है कि महर्षि बालार्क का एक विश्व प्रसिद्ध आश्रम इसी जनपद में था और बहराइच का नाम व पहचान बालार्क ऋषि के नाम पर आगे चला था। बहराइच वह ऐतिहासिक भूमि है जहां पर एक विदेशी आक्रांता को धूल-धूसरित करते हुए महाराजा सुहेल देव जी ने भारत की विजय पताका फहराई थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराजा सुहेलदेव जी ने विदेशी आक्रांताओं के साथ युद्ध में अपने शौर्य और पराक्रम का परिचय दिया था। उसी का परिणाम था कि डेढ़ सौ वर्षाे तक कोई विदेशी आक्रमणकारी भारत पर आक्रमण करने का साहस नहीं कर पाया था। ऐसी पावन धरा को जो ऋषि बालार्क की साधना से पवित्र हुई हो तथा महाराजा सुहेलदेव ने विजय भूमि के रूप में बदलकर इसे बहराइच की पहचान दी है, मैं इस पावन धरा को नमन करता हूं। उन्होने कहा कि बहराइच के इतिहास को छिपाने का कार्य किया जा रहा था और यही कारण है कि पिछली सरकारें केवल घोषणा करती थी और कार्य नहीं हो पाते थे। मिहींपुरवा तहसील का आजतक भवन नहीं बन पाया था, जबकि एक सामान्य नागरिक के लिए सबसे महत्वपूर्ण कार्य तहसील से जुड़ा होता है। भूमि सम्बन्धी विवरण हो, उसकी पैमाइश, वरासत, नामांतरण, बंटवारे इत्यादि कार्य तहसील के माध्यम से ही किये जाते है। इसलिए यदि तहसील का अपना भवन ही नहीं होगा, तो सामान्य व्यक्ति को राजस्व से जुड़े मामलों में क्या न्याय मिल पायेगा।
उन्होने कहा कि जब 2017 में भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन की सरकार प्रदेश में आयी तो उस समय 33 लाख से अधिक भू राजस्व वाद के मामले लम्बित पड़े थे। जो कि पिछली सरकारों की नाकामी के कारण लम्बित थे। पिछली सरकारों ने बेईमानी और भ्रष्टाचार का अड्डा बना लिया था। एक सामान्य नागरिक न्याय की उम्मीद भी नहीं कर सकता था। गरीबों की आवाज को दबा दिया जाता था, लेकिन हमारी सरकार ने वादों के निस्तारण के लिए एक समय सीमा तय की। यदि उसके बाद भी भू राजस्व के मामले लम्बित पाये गये तो सम्बन्धित से जवाबदेही तय करने की व्यवस्था की गई है। जिसके परिणामस्वरूप हमारी सरकार ने विगत वर्षाे से लम्बित 33 लाख वादों का निस्तारण कर न्याय दिलाने का कार्य किया है। सरकार की कार्यवाही का परिणाम है कि एंटी भू-माफिया टास्क फोर्स के माध्यम से 64 हजार एकड़ भूमि को मुक्त कराया गया है।
उन्होने कहा कि सरकार की योजना है कि सभी गांवों में ग्राम सचिवालय बनाये जाएंगे तथा सभी में आप्टिकल फाइबर या वाई-फाई की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। साथ ही गांव के लोगों को गांव में ही बैंक की सुविधा भी दी जाएगी। सभी प्रकार के आय जाति, निवास आदि प्रमाण पत्रों की सुविधा गांव में ही प्राप्त हो सके, इसके लिए भी कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा भूमि रिपोर्ट को डिजिटलाइज करने का कार्य भी किया जा रहा है। इसके लिए अच्छी तहसील भवन की आवश्यकता थी, जिसके लिए मैं आज स्वयं ही मिहीपुरवा में आया हूं। इसके साथ ही तहसील में जिन अधिकारियों की तैनाती है वे वहीं निवास करें, इसके लिए आवासीय भवनों का शिलान्यास भी किया गया है, ताकि वे कार्य स्थल पर ही निवास कर जनता की सेवा कर सकें और लोगों को समय से सुविधाएं मिल सके। उन्होने कहा कि हमारी डबल इंजन की सरकार माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में सभी योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ लगी है।
उन्होने कहा कि हमारी सरकार ने पूर्व से ही मानव एवं वन्य जीव संघर्ष को आपदा की श्रेणी में रखा था, जिससे जनहानि की भरपाई मुआवजे के रूप में की जा सके। जिसके माध्यम से पीड़ित को पांच लाख तक का मुआवजा दिया जाता है। जब लोग भेड़ि़ये के आतंक से परेशान थे, तब हमारी सरकार ने पूरी तत्परता के साथ उसे पकड़वाने का कार्य भी किया। उन्होने यह भी कहा कि यहंा की भूमि अत्यंत उपजाऊ होने के कारण यहां पर्याप्त वन सम्पदा एवं कतर्निया वन्य जीव अभ्यारण्य भी है, जिससे यहां पर पर्यटन की अनन्त सम्भावनाएं है। साथ ही बहराइच में मेडिकल कालेज भी बन गया है और महाराजा सुहेलदेव का विजय स्मारक भी बनकर तैयार हो चुका है, जिसका कुछ ही दिनों में लोकार्पण किया जाना है।
उन्होने कहा कि पहले यह जनपद अव्यवस्था और अराजकता का शिकार हुआ करता था। आज बहराइच में कोई भी व्यक्ति अराजकता नहीं फैला सकता है। महाकुम्भ के आयोजन के उपरान्त पूरी दुनिया उत्तर प्रदेश की ओर कौतूहल की निगाहों से देख रही है। जिसकी माननीय प्रधानमंत्री जी ने भी भूरि-भूरि प्रशंसा की है। मानवता का इतना बड़ा आयोजन दुनिया में कहीं नहीं हुआ है, जिसमें देशभर के 66 करोड़ से अधिक लोगों ने स्नान कर पुण्य प्राप्त किया हो। यह भारत की महान संस्कृति एवं युगगाथा को अनन्तकाल तक आने वाली पीढ़ी के लिए विरासत में छोड़ चुकी है। उन्होने कहा कि हमें किसी भी विदेशी आक्रांताओं का महिमा मण्डन नहीं करना चाहिए। विकास की यह गाथा तभी आगे बढ सकती है, जब हम अपनी विरासत को पूरे गौरव के साथ आगे बढ़ाने का कार्य करें। जनपद में विकास कार्याे को आगे बढ़ाने के लिए मेडिकल कालेज के साथ-साथ बहराइच बाईपास को भी स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। जिससे नेपाल से कनेक्टीविटी को आसानी मिलेगी। जहां एक ओर कतर्नियाघाट को इको टूरिज्म के हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिससे लोग ईको टूरिज्म का आनन्द ले सकेंगे और यहां पर अनेक रोजगारों को बढ़ावा दिया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान योजना के अन्तर्गत युवाओं को पांच लाख तक ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। जिससे नव उद्यमी नये-नये उद्योगों को विकसित कर आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को आगे बढ़ा सके। वहीं दूसरी ओर बहराइच में दो लाख दस हजार गरीबों को आवास एवं चार लाख बारह हजार से अधिक शौचालयों एवं एक हजार इक्तालिस गांवों में सामुदायिक शौचालयों को उपलब्ध कराने का कार्य डबल इंजन की सरकार ने किया है। बहराइच में 1 लाख 66 हजार निराश्रित महिलाओं को, 1 लाख 29 हजार वृद्धजनों को और 20 हजार से अधिक दिव्यांगजनों को 12 हजार रूपये सालाना पेंशन की सुविधा का लाभ दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बहराइच में 52 हजार 800 से अधिक बेटियों को कन्या सुमंगला योजना का लाभ दिया जा रहा है। आगामी वित्तीय वर्ष से मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत 51 हजार की धनराशि को बढ़ाकर 01 लाख कर दिया गया है। हमारा यह भी प्रयास है कि हर तहसील में फायर स्टेशन की सुविधा भी उपलब्ध हो। जिससे गर्मियों में फसलों को होने वाले नुकसान से बचाया जा सके। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार समाज के प्रत्येक वर्ग को बिना भेदभाव के शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने का कार्य कर रही है और हम सबको उसका भागीदार बनना चाहिए। अन्त में माननीय मुख्यमंत्री जी ने उपस्थित जनसमुदाय को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए शुभकामनाएं दी।