चंदौली में मचा खनन घोटाला,प्रशासन मौन...

ओ पी श्रीवास्तव, चंदौली
चंदौली (उत्तर प्रदेश): जिले में खनन माफिया एक बार फिर से सक्रिय हो उठे हैं। ताजा मामला सामने आया है मानक के विपरीत और बिना अनुमति अवैध खनन का, जहां किसानों की ज़मीन पर 15 फीट से अधिक गहरी खुदाई की जा रही है। इस अवैध गतिविधि से आसपास के किसान परेशान और लाचार हैं। उनका कहना है कि उनकी उपजाऊ भूमि को नुकसान पहुंच रहा है, और जल स्तर पर भी असर पड़ सकता है।
ठेकेदारों की दबंगई
खुदाई करने वाले ठेकेदार जब ग्रामीणों से टकराए, तो उन्होंने न सिर्फ जवाब देने से इनकार किया, बल्कि यह भी कह डाला कि “अगर कोई दिक्कत है तो डीएम और एसपी से बात करिए।” यह रवैया न सिर्फ गैरकानूनी है, बल्कि प्रशासनिक व्यवस्था पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है।
नवनिर्मित पुलिस लाइन के लिए जा रही मिट्टी?
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि यह मिट्टी नवनिर्मित पुलिस लाइन में भराव के लिए भेजी जा रही है। यदि यह सच है, तो यह एक प्रशासनिक संलिप्तता की ओर इशारा करता है—या कम से कम मिलीभगत की आशंका को जन्म देता है।
किसानों ने उठाई आवाज़
स्थानीय किसानों ने इस अवैध खनन की शिकायत खनन अधिकारी से की है।हालांकि, मौके पर पहुंचने और जांच का आश्वासन देने के बाद भी खनन अधिकारी मौके पर पहुंचे नहीं हैं। लोगों की माने तो अब तक किसी प्रकार की रोक या जब्ती की खबर सामने नहीं आई है।इस मामले में कुछ ठेकेदारों के नाम भी सामने आ रहे हैं, जो बिना किसी वैध परमिशन के खुदाई का कार्य कर रहे हैं। यह सीधे तौर पर खनन नियमों और पर्यावरणीय मानकों का उल्लंघन है।सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर खुदाई पुलिस लाइन जैसी सरकारी परियोजना के लिए की जा रही है, तो क्या प्रशासन इस गतिविधि से अनभिज्ञ है या जानबूझकर आंख मूंदे हुए है?इस खबर से संबंधित एक वीडियो क्लिप भी वायरल हो रही है, जिसमें साफ तौर पर खुदाई और ठेकेदारों के गैर-जवाबदेह रवैये को देखा जा सकता है। हालांकि आरोप - प्रत्यारोप का सारा विवरण किसानों के बयान और वायरल वीडियो के आधार पर प्रस्तुत की गई है।