पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में पूर्व सैनिकों का विरोध प्रदर्शन, पाकिस्तान का पुतला दहन कर जताया आक्रोश

पूर्व सैनिक बोले- सरकार दे जवाब, हम फिर से सीमा पर जाने को तैयार
ओ पी श्रीवास्तव, चंदौली
चंदौली/मुगलसराय: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के विरोध में गुरुवार को पूर्व सैनिकों ने चकिया रोड स्थित गंजी प्रसाद मूर्ति तिराहे पर जोरदार प्रदर्शन किया। देश के लिए अपनी सेवाएं दे चुके वीर सैनिकों ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर न सिर्फ पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाज़ी की, बल्कि आतंकवाद और पाकिस्तान का प्रतीकात्मक पुतला दहन कर अपना आक्रोश जाहिर किया।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे कैप्टन डॉ. केएन पांडेय ने कहा कि पाकिस्तान एक बार फिर अपने नापाक इरादों से बाज नहीं आ रहा। देश के भीतर अस्थिरता फैलाने के लिए आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की कि अब समय आ गया है कि पाकिस्तान और उसके समर्थन से चलने वाले आतंकी संगठनों के खिलाफ निर्णायक और कठोर कार्रवाई की जाए।पूर्व सैनिकों ने दो मिनट का मौन रखकर आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों और नागरिकों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी, तो वे दोबारा हथियार उठाकर देश की सीमा की रक्षा के लिए तैयार हैं।
प्रदर्शन में शामिल नायब सूबेदार अनिल ओझा, हवलदार अखिलेश सिंह, कैप्टन रमेश चंद शर्मा, उदय भान पांडेय, शिव दयाल सिंह, एस एन पांडेय, विनय कुमार, विशाल तिवारी, मौर्या, सुनील कुमार गुप्ता सहित कई अन्य पूर्व सैनिकों ने कहा कि देश की अखंडता और सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
पूर्व सैनिकों ने आम जनता से भी अपील की कि देश की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर एकजुटता दिखाएं और आतंकवाद के खिलाफ सरकार के साथ खड़े हों।