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पराली जलाने पर त्वरित कार्रवाई : चंदौली सदर एसडीएम दिव्या ओझा ने तीन किसानों पर लगाया जुर्माना, सख्त चेतावनी भी दी

पराली जलाने पर त्वरित कार्रवाई : चंदौली सदर एसडीएम दिव्या ओझा ने तीन किसानों पर लगाया जुर्माना, सख्त चेतावनी भी दी
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ओ पी श्रीवास्तव,चंदौली

चंदौली। जिलाधिकारी चंदौली के निर्देश पर प्रदूषण नियंत्रण एवं पर्यावरण संरक्षण के तहत चंदौली की तहसील सदर में सख्त कार्रवाई शुरू कर दी गई है। नवांगतुक तेजतर्रार उपजिलाधिकारी (एसडीएम) श्रीमती दिव्या ओझा ने कृषि अवशेष (पराली) जलाकर वायु प्रदूषण फैलाने के मामलों में त्वरित संज्ञान लेते हुए ग्राम बरहनी, जेवारियाबाद तथा औरैयापट्टी लाल में तीन किसानों के विरुद्ध जुर्माने की कार्रवाई कर नोटिस जारी कराया है।

एसडीएम दिव्या ओझा ने मौके पर पहुंचकर स्वयं हालात का जायजा लिया और निर्देश दिए कि पराली जलाने जैसी गतिविधियों पर तत्काल रोक लगाई जाए। कार्यवाही के तहत संबंधित किसानों से जुर्माना वसूला गया है और भविष्य में इस तरह की पुनरावृत्ति पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।

एसडीएम ने सख्त लहजे में कहा कि यदि पुनः पराली जलाने की घटना सामने आती है, तो राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) की धारा 26 तथा वायु (प्रदूषण निवारण एवं नियंत्रण) अधिनियम, 1981 की धारा 19 के तहत संबंधित व्यक्ति के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने यह भी कहा कि पराली जलाना न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि इससे गंभीर वायु प्रदूषण होता है, जो आम जनजीवन और स्वास्थ्य के लिए अत्यंत घातक है। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे पराली को जलाने की बजाय वैकल्पिक उपायों जैसे पराली प्रबंधन मशीनों का उपयोग करें, जिससे पर्यावरण की रक्षा हो सके।

एसडीएम दिव्या ओझा ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि गांव-गांव जाकर किसानों को पराली न जलाने के लिए जागरूक किया जाए। साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया जाए कि जिन किसानों के पास पराली प्रबंधन हेतु उपकरण नहीं हैं, उन्हें सरकारी योजनाओं के तहत आवश्यक सुविधाएं प्रदान कराई जाएं।

इस संबंध में जिलाधिकारी चंदौली ने स्पष्ट संदेश दिया है कि पराली जलाने के विरुद्ध "जीरो टॉलरेंस" की नीति अपनाई जाएगी। प्रशासन की इस पहल से गांवों में तेजी से चेतना फैल रही है और किसानों में जागरूकता बढ़ने लगी है।

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