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उत्तर प्रदेश

पहली बार महाकुंभ पहुंचे 50 पाकिस्तानी श्रद्धालु, कहा- हमें सनातन धर्म में जन्म लेने का गर्व है

पहली बार महाकुंभ पहुंचे 50 पाकिस्तानी श्रद्धालु, कहा- हमें सनातन धर्म में जन्म लेने का गर्व है
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सोशल मीडिया पर महाकुंभ की दिव्यता के बारे में देख-सुनकर पाकिस्तान के सिंध प्रांत के हिंदू श्रद्धालु खुद को यहां आने से रोक नहीं सके. पाक के सिंध प्रांत से आए 68 हिंदू श्रद्धालुओं का एक जत्था प्रयागराज पहुंचा. सेक्टर-9 में स्थित श्रीगुरुकार्ष्णि के शिविर में सिंध से आए गोबिंद राम माखीजा ने कहा कि हमने जब से महाकुंभ मेले के बारे में सुना है, तब से हमारी इच्छा थी कि हम यहां आएं. यही कारण है कि हम खुद को यहां आने से रोक नहीं सके.

उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष अप्रैल में 250 लोग पाकिस्तान से प्रयागराज आए थे और गंगा में डुबकी लगाई थी. इस बार सिंध के छह जिलों गोटकी, सक्कर, खैरपुर, शिकारपुर, कर्जकोट और जटाबाल से 68 लोग प्रयागराज पहुंचे हैं, जिनमें करीब 50 लोग पहली बार महाकुंभ में आए हैं. माखीजा ने कहा कि यहां अजब आनंद की अनुभूति हो रही है. बेहद खुशी हो रही है. यहां का अनुभव बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं. कल हम गंगा में डुबकी लगाएंगे. यहां आने पर हमें सनातन धर्म में जन्म लेने के गौरव की अनुभूति हो रही है.

11वीं कक्षा की छात्रा पाक से आई महाकुंभ

सिंध प्रांत के गोटकी से आई 11वीं कक्षा की छात्रा सुरभि ने कहा कि वह पहली बार भारत आई है. यहां पहली बार हमें अपने धर्म को गहराई से देखने-जानने का मौका मिल रहा है. बहुत अच्छा लग रहा है. वहीं सिंध से आई प्रियंका ने कहा किल मैं पहली बार भारत और इस महाकुंभ में आई हूं. यहां सनातन संस्कृति को देखकर बहुत दिव्य अनुभव को महसूस कर रही हूं. मैं गृहणी हूं और भारत आना मेरा सबसे बड़ा सौभाग्य है. हम पैदा ही वहां हुए और मुस्लिमों के बीच ही रहे. सिंध प्रांत में हिंदुओं के साथ बहुत भेदभाव नहीं है, जैसा कि मीडिया दिखाती है. लेकिन अपनी संस्कृति को जानने का मौका हमें यहां आकर मिल रहा है इससे मैं खुद को बहुत ही भाग्यशाली मानती हूं.

भारत सरकार से की ये अपील

भारत में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर अपने विचार प्रकट करते हुए सक्कर जिले से आए निरंजन चावला ने कहा कि सिंध में ऐसा माहौल नहीं है कि लोग भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करें. लेकिन राजस्थान में जो पाकिस्तान के हिस्से वाला है वहां के कुछ इलाकों में हिंदुओं के लिए थोड़ी मुश्किलें हैं. निर्माण क्षेत्र में काम करने वाले चावला ने कहा कि मैं भारत सरकार से निवेदन करना चाहूंगा कि वीजा जारी करने की प्रक्रिया थोड़ी आसान की जाए. अभी वीजा मिलने में छह महीने लग जाते हैं. हालांकि, यहां आए जत्थे को सरलता से वीजा दिया गया, जिसके लिए हम भारत सरकार को धन्यवाद देते हैं.

हरिद्वार भी जाएंगा पाकिस्तानी जत्था

चावला ने कहा कि कल रात हम महाकुंभ के इस शिविर में आए और आठ फरवरी को यहां से रायपुर जाएंगे, जिसके बाद हम हरिद्वार की यात्रा करेंगे. हमारे जत्थे में लोग छह अस्थि कलश लेकर आए हैं, जिन्हें वे हरिद्वार में विसर्जित करेंगे. उन्होंने कहा कि हम लोग आज शाम को अखाड़ों के साधु-संतों से मिलने जाएंगे और पूरे मेला क्षेत्र का भ्रमण करेंगे.

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