मिजोरम की 7 साल की बच्ची का गीत सुनकर भावुक हुए अमित शाह, गिफ्ट किया गिटार

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्वोत्तर की अपनी यात्रा के दौरान शनिवार को मिजोरम की 7 वर्षीय प्रतिभाशाली गायिका एस्तेर लालदुहावमी हनामते को गिटार भेंट किया. अमित शाह ने एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि भारत के प्रति प्रेम हम सभी को जोड़ता है. आइजोल में मिजोरम की वंडर किड एस्तेर लालदुहामी हनामते को वंदे मातरम गाते हुए सुनकर मैं बहुत भावुक हो गया.
शाह ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि सात साल की इस बच्ची का भारत माता के प्रति प्रेम उसके गीत में झलकता है, जिससे उसे सुनना एक अद्भुत अनुभव बन गया.
Love for Bharat unites us all.
— Amit Shah (@AmitShah) March 15, 2025
Deeply moved to listen to Mizoram's wonder kid Esther Lalduhawmi Hnamte, singing Vande Mataram in Aizawl today. The seven-year-old's love for Bharat Mata poured out into her song, making listening to her a mesmerizing experience.
Gifted her a… pic.twitter.com/7CLOKjkQ9y
‘मां तुझे सलाम’ गाने का वीडियो वायरल
बता दें कि मिजोरम की युवा गायिका हनामते ने पहली बार 2020 में देश भर में तब ध्यान आकर्षित किया जब ‘मां तुझे सलाम’ गाने का उनका एक वीडियो वायरल हुआ. उनकी दमदार आवाज़ और देशभक्ति की भावना ने उन्हें हर जगह सराहा. उन्हें मिजोरम सरकार से कई पुरस्कार मिले, जिसमें राज्यपाल की ओर से विशेष प्रशंसा भी शामिल है.
तीन दिवसीय दौरे पर अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह 14 मार्च (शुक्रवार) से असम के तीन दिवसीय दौरे पर हैं. हालांकि, शनिवार 15 मार्च को उन्होंने मिजोरम का दौरा किया, जहां उन्होंने असम राइफल्स की जमीन को मिजोरम सरकार को हस्तांतरित करने के लिए आयोजित भूमि हस्तांतरण समारोह में भाग लिया.
असम राइफल्स की तारीफ
इस कार्यक्रम में बोलते हुए अमित शाह ने लोगों की सेवा करने के लिए असम राइफल्स की प्रशंसा की. शाह ने एक्स पर पोस्ट किया, असम राइफल्स ने भाईचारे के माध्यम से सुरक्षा के मार्गदर्शक सिद्धांत के माध्यम से मिजोरम के लोगों की सेवा की है. बल ने लोगों के लाभ के लिए अपनी जमीन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा राज्य सरकार को सौंपकर लोगों के प्रति प्रतिबद्धता में एक अनुकरणीय मानक स्थापित किया है.
सरकार की जिम्मेदारी का प्रतीक
जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने इस बात का जिक्र किया कि कैसे असम राइफल्स मुख्यालय को मध्य आइजोल से ज़ोखावसंग में स्थानांतरित करना मिजोरम के विकास के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. उन्होंने कहा कि यह कदम केवल एक प्रशासनिक निर्णय नहीं है, बल्कि मिजो लोगों के प्रति सरकार की जिम्मेदारी का प्रतीक है.
10 सालों में बदला पूर्वोत्तर
मिजो लोग 35 वर्षों से अधिक समय से पुनर्वास की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा, यह मांग, जो 30-35 वर्षों से चली आ रही थी, अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक महत्वपूर्ण निर्णय के कारण पूरी होने जा रही है. यह केवल एक प्रशासनिक निर्णय नहीं है, बल्कि मिजो लोगों के प्रति भारत सरकार की जिम्मेदारी का प्रतीक है. शाह ने बताया कि कैसे मोदी सरकार पिछले 10 सालों में पर्यटन, टेक्नोलॉजी, कृषि और एंटरप्रेन्योरशिप सहित विभिन्न क्षेत्रों में पूर्वोत्तर को बदल रही है, ताकि क्षेत्र में विकास और एकता को बढ़ावा दिया जा सके.