गांवों की लाइब्रेरी में पढ़कर यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में छाए मेरठ के युवा; 70 से ज्यादा बेटे-बेटियां पहनेंगी खाकी

मेरठ: हाल ही में यूपी पुलिस कांस्टेबल की लिखित परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ. मेरठ जिले में गांवों में बनी लाइब्रेरी में अध्ययन के बाद 70 से अधिक युवाओं ने यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में सफलता पाई है. सीएम योगी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के केंद्र में पढ़ाई करके एक युवा ने तो यूपी पुलिस कांस्टेबल परीक्षा में यूपी में चौथा स्थान पाया है. ETV भारत ने इस उपबलब्धि पर जिले की डीपीआरओ और समाज कल्याण अधिकारी से बात की.
अधिकारियों ने बताया कि मेरठ के कई गांव ऐसे हैं, जहां लाइब्रेरी की सुविधा के साथ युवाओं को तैयारी का माहौल मिला है. इससे युवाओं को शहर की जगह गांव में ही सारी फैसिलिटी दी जा रही हैं. इसी का परिणाम है कि मेरठ के युवा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में परचम लहरा रहे हैं. देहात के गांवों में पंचायत राज विभाग द्वारा बनाई गई लाइब्रेरी युवाओं को फायदा पहुंचा रही है. यहां के गांवों में स्थापित पुस्तकालयों में स्थानीय स्तर पर ग्राम प्रधानों ने रूचि ली. अपने गांव में लाइब्रेरी बनाकर, वहां ऐसा माहौल दिया, जिससे काफी युवाओं के सरकारी नौकरी पाने का सपना साकार हो रहा है.
मेरठ के युवाओं को मिल रहा रोजगार.
मेरठ के गांवों में 300 लाइब्रेरी: मेरठ की पंचायती राज अधिकारी रेनू श्रीवास्तव ने बताया कि उन्हें खुशी है कि जिस लक्ष्य के साथ इन लाइब्रेरीज को अलग-अलग गांव में खोला गया था, वह पूरा हो रहा है. बच्चे कामयाब हो रहे हैं. डीपीआरओ ने बताया कि मेरठ में अलग-अलग गांवों में अब तक 300 लाइब्रेरी स्थापित हुई हैं. इससे अलग-अलग प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं को घर के पास ही सारी सुविधा मिल रही है. इसी का नतीजा है कि गांव की लाइब्रेरी से तैयारी करने वाले 60 से ज्यादा बच्चे-बच्चियों का चयन यूपी पुलिस में हुआ है.
जिला पंचायत राज अधिकारी रेनू श्रीवास्तव ने बताया कि इससे पहले भी तमाम प्रतियोगी परीक्षाओं में काफी संख्या में युवाओं को अवसर मिले हैं, जो इन लाइब्रेरी में पढ़कर आगे बढ़े. हमारा फोकस है कि सरकार की मंशा के मुताबिक इन लाइब्रेरीज को हाईटेक बनाया जाए. ताकि ज्यादा से ज्यादा युवा अपने नजदीक ही पढ़कर सफल होकर आगे बढ़ सकें.
मेरठ के युवा का यूपी में चौथा स्थान: मेरठ जिले के समाज कल्याण अधिकारी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि योजना में भी हालांकि सीमित संख्या में बच्चे पढ़ाई करते हैं. दिन में तमाम प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी छात्र करते हैं. मेरठ में पांच बच्चे यूपी पुलिस कांस्टेबल परीक्षा में सफल हुए हैं. उन्होंने बताया कि यह भी गर्व बात है कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने सफल उम्मीदवारों में शामिल महिला और पुरुष अभ्यर्थियों की टॉप फाइव की जो सूची जारी की है, उसमें पूरे यूपी में जो अभ्यर्थी चौथे नंबर आए हैं, वह अरविन्द गिल अभ्युदय योजना के तहत मेरठ में कोचिंग पाए हैं. वो मेरठ जिले के बहादुरपुर गांव के रहने वाले हैं.
कांस्टेबल परीक्षा में प्रदेश मे चौथे नंबर पर रहे अरविन्द गिल ने बताया कि अभ्युदय योजना के तहत उन्होंने कोचिंग की थी, जिसमें उन्हें आगे बढ़ने का हौसला मिला. अभ्युदय योजना में ही निःशुल्क कोचिंग पाकर यूपी पुलिस कांस्टेबल परीक्षा में सफल हुईं यशी ने अपनी सफलता का श्रेय सरकार को दिया.