46 साल बाद संभल के कार्तिकेय महादेव मंदिर में बरसे होली के रंग, कड़ी सुरक्षा के बीच श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह

46 साल बाद संभल के कार्तिकेय महादेव मंदिर में भव्य होली उत्सव मनाया गया, जहां श्रद्धालुओं ने उल्लासपूर्वक रंगों की बरसात की गई. साल 1978 के दंगों के बाद बंद हुए इस मंदिर को दोबारा खोला गया था, जिसके बाद पहली बार यहां होली का आयोजन हुआ. सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच शांतिपूर्ण माहौल में त्योहार का जश्न मनाया गया, जिसमें विश्व हिंदू परिषद और अन्य संगठनों के लोग शामिल हुए.
सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच गुरुवार को खग्गू सराय स्थित कार्तिकेय महादेव मंदिर में 46 साल बाद पहली बार होली का भव्य आयोजन हुआ. साल 1978 के दंगों के बाद बंद हुए इस मंदिर को बीते दिसंबर में दोबारा खोला गया था, जिसके बाद इस साल पहली बार श्रद्धालुओं ने उल्लासपूर्वक होली मनाई. इस ऐतिहासिक मौके पर हिंदू और सामाजिक संगठनों के लोगों ने मंदिर में एकत्र होकर फूलों और रंगों के साथ उत्सव का आनंद लिया.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) श्रीश चंद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि मंदिर और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई थी ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके. इसके साथ ही, उन्होंने ये भी बताया कि कार्तिकेय महादेव मंदिर में होली शांतिपूर्ण तरीके से मनाई जा रही है. सभी लोग सुरक्षित माहौल में त्योहार का आनंद ले रहे हैं.
46 सालों से बंद रहा मंदिर
कार्तिकेय महादेव मंदिर पिछले 46 सालों से बंद था. ये मंदिर शाही जामा मस्जिद के पास स्थित है, जहां नवंबर 2024 में हुई सांप्रदायिक हिंसा के चलते हालात तनावपूर्ण हो गए थे. 24 नवंबर 2024 को, मस्जिद के कोर्ट-आदेशित सर्वे के दौरान हुए विरोध प्रदर्शन के बाद हिंसा भड़क उठी थी, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई थी.
विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने जाहिर की खुशी
विश्व हिंदू परिषद (VHP) के जिला अध्यक्ष आनंद अग्रवाल ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि 46 साल बाद हमें कार्तिकेय महादेव मंदिर में होली खेलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोग यहां इकट्ठा हुए हैं और रंग-गुलाल के साथ उत्सव मना रहे हैं.
होली उत्सव में हिस्सा लेने आए श्रद्धालुओं ने पुलिस-प्रशासन की व्यवस्था की सराहना की. प्रतिभागी प्रियांशु जैन ने कहा कि पुलिस ने सुरक्षा की बेहतरीन व्यवस्था की है और हर कोई उत्साहपूर्वक त्योहार में डूबा हुआ है.
कब दोबारा खोला गया मंदिर?
ये मंदिर 13 दिसंबर 2023 को प्रशासन द्वारा दोबारा खोला गया था. अधिकारियों ने बताया कि एक अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान मंदिर का ढका हुआ ढांचा सामने आया था. इस मंदिर में भगवान हनुमान की प्रतिमा और एक शिवलिंग स्थित है.