'AI और नई तकनीक के इस्तेमाल में भारत का कोई जोड़ नहीं', 'मन की बात' कार्यक्रम में बोले पीएम मोदी
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नई दिल्ली। 'मन की बात' कार्यक्रम के 119वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और नई तकनीक का जिक्र किया। पीएम मोदी ने अपनी पेरिस यात्रा का भी उल्लेख किया। यहां पीएम मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ एआई एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता की थी।
मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करने में भारतीय अद्वितीय हैं। मैं एआई सम्मलेन में हिस्सा लेने पेरिस गया था। वहां दुनिया ने इस क्षेत्र में भारत की प्रगति की बहुत तारीफ की। यह हम भी देख सकते हैं कि हमारे देश के लोग आज कैसे अलग-अलग तरीकों से एआई का इस्तेमाल कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि एआई इस सदी में मानवता के लिए कोड लिख रहा है। यह स्वास्थ्य और कृषि क्षेत्र समेत लाखों लोगों के जीवन में बदलाव ला सकता है।
पीएम ने छात्रों को दी शुभकामनाएं
पीएम मोदी ने बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को परीक्षा की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि ये बोर्ड परीक्षाओं का समय है। बिना किसी तनाव के सकारात्मक भावना के साथ अपने पेपर दें।
वन्यजीव संरक्षण पर दिया जोर
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने वन्यजीव संरक्षण पर जोर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि ये जंगली जानवर हमारे इतिहास और संस्कृति में गहराई से समाए हुए हैं। कई जानवरों को हमारे देवताओं की पवित्र सवारी भी माना जाता है। मध्य भारत में कई आदिवासी समुदाय 'बाघेशुर' की पूजा करते हैं। महाराष्ट्र में 'वाघोबा' की पूजा करने की परंपरा है। भगवान अयप्पा का बाघ से भी गहरा संबंध है। सुंदरबन में लोग 'बोनबीबी' की पूजा करते हैं, जिनकी सवारी बाघ है।
आदिवासी लोगों का आभार जताया
प्रधानमंत्री मोदी ने वन्यजीव संरक्षण प्रयासों में भागीदारी के लिए आदिवासी लोगों का आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के बीआरटी टाइगर रिजर्व में बाघों की आबादी लगातार बढ़ रही है। इसका श्रेय सोलिगा जनजातियों को जाता है, जो बाघों की पूजा करते हैं। उनकी वजह से इस क्षेत्र में मानव-पशु संघर्ष लगभग न के बराबर है। इसी तरह गुजरात में स्थानीय लोगों ने गिर में एशियाई शेरों की सुरक्षा और संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने दुनिया को दिखाया है कि प्रकृति के साथ सच्चा सह-अस्तित्व कैसा होता है।
भारत की वन्यजीव विविधता प्रशंसा के लायक
पीएम ने कहा कि भारत की वन्यजीव विविधता भी प्रशंसा के लायक है। एशियाई शेर देश के पश्चिमी भाग में पाए जाते हैं जबकि बाघ पूर्वी, मध्य और दक्षिणी भारत में रहते हैं। दूसरी ओर गैंडे पूर्वोत्तर क्षेत्र में पाए जाते हैं। भारत का हर हिस्सा न केवल प्रकृति से गहराई से जुड़ा हुआ है बल्कि वन्यजीव संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध भी है।