'रामायण' में रावण का किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी का निधन,पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
रामानंद सागर के पौराणिक टीवी शो 'रामायण' में रावण का किरदार निभाने वाले अभिनेता अरविंद त्रिवेदी अब इस दुनिया में नहीं रहे। 83 वर्ष की उम्र में अरविंद त्रिवेदी का मंगलवार की रात को हार्टअटैक से निधन हो गया। बता दें कि काफी लंबे समय से अरविंद उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। वे पिछले कुछ वक्त से चलने फिरने में भी असमर्थ हो गए थे।
अरविंद त्रिवेदी के भतीजे कौस्तुभ त्रिवेदी ने उनके निधन के समाचार की पुष्टि करते हुए कहा कि 'मंगलवार (5 अक्तूबर) रात करीब 10 बजे उनका निधन हो गया है। उन्होंने बताया कि 'चाचाजी पिछले कुछ सालों से लगातार बीमार चल रहे थे।
'रामायण' में रावण का किरदार निभाने वाले अभिनेता अरविंद त्रिवेदी का आज सुबह निधन हो गया। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख प्रकट किया है। पीएम मोदी ने तारक मेहता का उल्टा चश्मा में नट्टू काका का किरदार निभाने वाले घनश्याम नायक को भी श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने दोनों अभिनेताओं के साथ अपनी पुरानी तस्वीर साझा कर दुख जताया है और दिवंगत आत्मा को जुनूनी, असाधारण अभिनेता बताया है। बता दें, दोनों ही अभिनेता गुजराती थियेटर के जाने माने कलाकार थे। देश दुनिया के तमाम लोग इन सितारों को खोने के बाद सदमे में हैं।
In the last few days, we have lost two talented actors who won the hearts of people through their works. Shri Ghanashyam Nayak will be remembered for his multifaceted roles, most notably in the popular show 'Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah.' He was also extremely kind and humble. pic.twitter.com/nwqKVpm4ry
— Narendra Modi (@narendramodi) October 6, 2021
अरविंद त्रिवेदी का जन्म 8 नवंबर 1938 में मध्यप्रदेश के इंदौर में हुआ था। उनका शुरुआती करियर गुजराती रंगमंच से शुरू हुआ। उनके भाई उपेंद्र त्रिवेदी गुजराती सिनेमा के चर्चित नाम रहे हैं और गुजराती फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं।
अरविंद त्रिवेदी एक ओर जहां रामानंद सागर की रामायण में रावण बनकर दर्शकों का दिल जीता था तो वहीं कई गुजराती फिल्मों में भी उन्होंने उत्कृष्ट अदाकारी से अपने लिए बड़ा मुकाम बनाया था। गुजराती सिनेमा में उन्होंने लगभग 40 साल तक योगदान दिया। इसके साथ ही टीवी शो विक्रम और बेताल के लिए भी उन्हें जाना जाता है। जानकारी के अनुसार अरविंद ने हिंदी और गुजराती फिल्मों को मिलाकर लगभग 300 फिल्मों में काम किया था।