रंग पंचमी : देवताओं का रंगोत्सव आज
रंग पंचमी पर्व - धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आज इस शुभ अवसर पर देवतागण रंगों के महा उत्सव होली को खेलने के लिए धरती लोक पर आते हैं। इसके साथ रंग पंचमी पर्व को भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी के प्रेम का प्रतीक भी माना जाता है।
शास्त्रों में बताया गया हैं कि इस विशेष दिन पर देवी-देवताओं की उपासना करने से भक्तों को विशेष लाभ मिलता है और उनके सभी दुःख दूर हो जाते हैं। साथ ही ज्योतिष शास्त्र में रंग पंचमी पर्व के सन्दर्भ में कुछ उपाय बताए गए हैं, जिनका पालन करने से साधकों को लाभ मिलता है और उनसे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। आइए जानते हैं रंग पंचमी के कुछ आसान उपाय।
रंग पंचमी के दिन जरुर करें ये उपाय
हिन्दू पंचांग के अनुसार आज के दिन देवताओं द्वारा होली खेलने का समय 05 मार्च को सुबह 09 बजकर 39 मिनट से दोपहर 12 बजकर 36 मिनट तक है। ऐसे में इस अवधि में अबीर-गुलाल व फूलों को असमान में उड़ाने की परंपरा है। ऐसा करने से भक्तों को लाभ मिलता है और देवी-देवता प्रसन्न होते हैं।
शास्त्रों में बताया गया है कि रंग पंचमी के दिन पूजा-पाठ का प्रभाव बढ़ जाता है। ऐसे में आज के दिन भगवान की उपासना करें और असमान में रंग व फूल उड़ाएं, मान्यता अनुसार ऐसा करने से सभी नकारात्मक शक्तियों का नाश हो जाता है और जीवन में धन-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
आज के दिन माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कनकधार स्तोत्र और लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें। इसके साथ आज के दिन भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी को पीले रंग का वस्त्र अर्पित करें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से धन-समृद्धि की प्राप्ति होती है और साधक की सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती हैं।