लखनऊ: इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने उत्तर प्रदेश विधानसभा की पट्टी सीट का चुनाव आज निरस्त कर दिया। न्यायमूर्ति ए एन मित्तल की एकल पीठ ने चुनाव में भारी अनियमितता पाये जाने पर इसे निरस्त करने के साथ ही तत्कालीन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का भी आदेश दिया है।
विधानसभा के 2012 में हुए आम चुनाव में घोषित नतीजे के अनुसार समाजवादी पार्टी के राम सिंह ने भारतीय जनता पार्टी के राजेन्द्र प्रताप उर्फ मोती सिंह को 156 वोटों से पराजित किया था। मोती सिंह ने डाक से आये वोटों की गिनती नहीं किये जाने का आरोप लगाते हुए न्यायालय में याचिका दाखिल की थी।
याची का कहना था कि डाक से आये 955 वोटो की गणना किये बगैर अधिकारियों ने नतीजा घोषित कर दिया। अधिकारियों ने न्यायालय में तर्क दिया कि डाक से आये वोट 13ए लिफाफे में नहीं थे इसलिए उनकी गणना नहीं की गयी। न्यायालय ने अधिकारियों के तर्क को खारिज करते हुए चुनाव निरस्त कर दिया। याची की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता शशि प्रकाश सिंह और प्रशान्त सिंह अटल ने बहस की।