मेरठ : ईद की नमाज पढऩे के बाद बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने परीक्षितगढ़ थाने पर हमला बोल दिया। पहले जमकर नारेबाजी की और फिर फायरिंग होने लगी।
इनमें से कुछ ने थाना फूंकने का भी प्रयास किया जिस पर जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने भी हवाई फायरिंग की। इस प्रकरण में दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल हो गए, जबकि कई पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं। बाद में किसी तरह पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर काबू पाया और उन्हें थाने से दूर भगाया।
घटना की वजह हत्या के आरोप में पूछताछ के लिए उठाए गए एक युवक को छोडऩा बताया जा रहा है। दो दिन पूर्व एक मुस्लिम युवक अमिताभ पुत्र बिल्लू की हत्या कर दी गई थी। परिजनों ने हत्या का आरोप वसीम और नदीम पर लगाया था। पुलिस ने केस रजिस्टर्ड कर छानबीन शुरू की और वसीम को पकड़ लिया।
पूछताछ में वसीम ने हत्या की बात कबूली। इसके बाद चार और युवकों को पुलिस ने हिरासत में लिया। इनमें एक हिंदु युवक नागेश शर्मा भी था। रात से क्षेत्र के लोगों में रोष था। उनका कहना था कि हिंदू होने की वजह से ही दबाव बना और पुलिस ने उसे छोड़ दिया जो कि पूरी तरह से गलत है।
सुबह ईद की नमाज पढऩे के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने थाने का रुख किया। साथ में महिलाएं और बच्चे भी पहुंचे। यहां इन्होंने गलत कार्रवाई का आरोप लगाते हुए थाने पर पथराव कर दिया।