समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 1 जुलाई को 44 साल के हो गए। वे अपना जन्मदिन बहुत ही सादगी से साथ मनाएंगे। इस अवसर पर अस्पतालों में मरीजों को फल वितरण, रक्तदान, गरीबों को भोजन कराने जैसे कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
हाल ही में अखिलेश यादव की जिंदगी पर आधारित एक किताब लिखी गई है जिसका नाम है 'बदलाव की लहर'। अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने इस किताब में उनके कई अनछुए पहलुओं को उजागर किया है।
डिंपल यादव के मुताबिक अखिलेश यादव पर्स अपनी जेब में नहीं रखते। उनके करीबियों का मानना है कि यह आदत उनको बचपन से ही है। स्कूल टाइम से ही अखिलेश को कम पैसों में गुजारा करने की आदत पड़ी थी। उसके बाद वे अपनी जरूरतों को लिए पिता मुलायम पर निर्भर रहे।
- अखिलेश हिंदी और अंग्रेजी के अलावा कन्नड़ में भी बात कर लेते हैं। इसका कारण उनका पढ़ाई के दौरान मैसूर में रहना है।
- खेल में हारना अखिलेश को कतई पसंद नहीं है वह जीतने के लिए चीटिंग भी करते हैं। अखिलेश अक्सर रात को थकने के बाद स्टडी रूम में बैठे-बैठे सो जाते हैं।
मैसूर में पढ़ाई के दौरान कॉलेज उनकी श्रीनाथ से अच्छी दोस्ती हो गई थी। पढ़ाई के दौरान कोई नहीं जनता था कि वो UP सीएम के बेटे हैं।
- अखिलेश यादव वीकेंड पर मैसूर से 100 किमी दूर अपने दोस्तों के साथ तमिलनाडु या ऊंटी जाया करते थे।
- अखिलेश की नाक मैसूर में कॉलेज टाइम पर फुटबाल खेलते हुए टूटी थी। जिसके बाद डॉक्टर्स ने भी सर्जरी करने से मना कर दिया था।