बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में बहुमत हासिल कर लिया है. सरकार के पक्ष में 131 और विपक्ष में कुल 108 वोट पड़े. सरकार में पक्ष में जदयू, एनडीए के विधायकों ने वोट डाले. जबकि विपक्ष में राजद और कांग्रेस ने वोट किया.
जेल में बंद आरजेडी विधायक राजवल्लभ ने वोट नहीं किया. साथ ही बीजेपी के एक बीमार विधायक और कांग्रेस विधायक सुर्दशन तकनीकी कारणोें से वोट नहीं कर सके.
स्पीकर विजय कुमार चौधरी ने लॉबी डिविजन के बाद यह फैसला सुनाया है. इसके बाद राजद और कांग्रेस के विधायक सदन से वॉकआउट कर गए.
विश्वासमत के बाद नेता प्रतिपक्ष और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि राजद, कांग्रेस और माले के लोगों ने सरकार के खिलाफ में वोट किया. 2015 के चुनाव में महागठबंधन के पक्ष में मैनडेट मिला था.
सीएम नीतीश ने बिहार की जनता को अपमानित करने का काम किया है. वो बीजेपी की गोद में जाकर बैठ गए. बिहार की जनता ने नीतीश कुमार को सीएम बनाया था वो ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि मेरे उपर आरोप लगाकर माहौल बना गया और यह पिछले 8-9 महीने से साजिश चल रही थी. अधिकारी कंफ्यूजन में थे. चार साल में जो चार सरकार बनी है उसके लिए सिर्फ एक व्यक्ति जिम्मेदार हैं. इस सवाल पर जवाब नीतीश कुमार के पास नहीं है.
इससे पहले सदन में बहस के दौरान सतापक्ष और विपक्ष में जमकर तू-तू मैं-मैं हुई. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर धोखा देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि नीतीश जी ने कहा था कि मिट्टी में मिल जाएंगे लेकिन बीजेपी में नहीं जाएंगे. अब आपकी बात पर कौन विश्वास करेगा. केस तो नीतीश कुमार और सुशील मोदी के भी खिलाफ हैं तो फिर शपथ क्यों लिया.
मुख्यमंत्री पर हमला बोलते हुए तेजस्वी ने कहा कि एक बार नीतीश कुमार बोल देते तो शायद हम इस्तीफा दे देते लेकिन प्रवक्ताओं से माहौल बनाया गया तो हमलोगों को लगा कि वो इस्तीफा नहीं चाहते हैं.
बिहार विधानसभा में विश्वासमत के पक्ष में बोलते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हमने कई समस्याओं का समाना किया लेकिन इसके बावजूद महागठबंधन धर्म का पालन किया.
सत्ता सेवा के लिए होता है ना कि मेवा के लिए. मुझे कोई सांप्रदायिक का पाठ नहीं पढ़ा सकता. सत्ता धन संपत्ति अर्जित करने के लिए नहीं है.
इससे पहले पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को नेता प्रतिपक्ष चुना गया है. सदन में सतापक्ष और विपक्ष के बीच जमकर हंगामा हुआ.
किस पार्टी के हैं कितने विधायक ?
जेडीयू-71, बीजेपी-53, राजद-80, कांग्रेस 27, रालोसपा- 2, लोजपा-2 हम- 1, माले-3, निर्दलीय पांच