परिवार की सेवा के लिए नहीं मिला था बहुमत

Update: 2017-07-28 12:05 GMT
पटना- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को विधानसभा में विश्वास मत के दौरान राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) पर बेहद तीखा हमला बोला। आरजेडी के हमलों से तिलमिलाए नीतीश ने तेजस्वी की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि उन्हें जनता ने एक परिवार की सेवा के लिए बहुमत नहीं दिया था। बिहार विधानसभा में नीतीश से पहले तेजस्वी यादव ने अपने भाषण में बीजेपी और जेडीयू पर तीखे हमले बोले। तेजस्वी के बाद जब नीतीश बोलने के लिए उठे तो वह बेहद आक्रोशित अंदाज में अपने पूर्व सहयोगियों पर बरस पड़े।  
नीतीश ने लालू के परिवार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर तंज कसते हुए कहा कि सत्ता लोगों की सेवा के लिए होती है न कि 'मेवा' के लिए। बिहार विधानसभा में पेश विश्वास मत प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए नीतीश कुमार ने लोगों से वादा किया, 'अब बिहार में सरकार चलेगी, जनता की सेवा करेगी और भ्रष्टाचार तथा अन्याय को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।'
नीतीश ने कहा, 'हमने कई समस्याओं का सामना किया, बावजूद इसके गठबंधन धर्म का पालन करने का हरसंभव प्रयास किया। परंतु जब स्थिति खराब हो गई और जनता परेशान होने लगी तो इसके अलावा और कोई रास्ता नहीं था।' नीतीश ने कहा, 'मैं एक-एक बात का जवाब दूंगा और समय पर जवाब दूंगा। ये लोग अहंकार में जीने वाले हैं और भ्रम पालते हैं। ये एक पार्टी के अस्तित्व को नकार रहे हैं।'
कांग्रेस पर बेहद तीखे तंज में नीतीश ने कहा, 'आपको 15-20 से ज्यादा मिलने वाला नहीं था। मैंने 40 तक पहुंचाया है।' इसके बाद उन्होंने कहा, 'जनता का वोट काम करने के लिए मिला है। हमारी प्रतिबद्धिता है जनता की सेवा करने की है, किसी एक परिवार की सेवा करने के लिए नहीं है।' उन्होंने कहा, 'मुझे कोई सांप्रदायिकता का पाठ नहीं पढ़ा सकता। आज अपना पाप छिपाने के लिए 'धर्मनिरपेक्ष' बने हैं।' उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि महागठबंधन बचाने के लिए मैंने कांग्रेस नेताओं को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर हस्तक्षेप करने को कहा था, लेकिन उन्होंने भी कुछ नहीं किया।

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