इस बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 15 अगस्त को पड़ रहा है। इसको लेकर शहर के प्रमुख मंदिरों सनातन धर्म मंदिर, जेके मंदिर और द्वारिकाधीश मंदिर में तैयारियां शुरू हो गई हैं।
आचार्य सत्येंद्र अग्निहोत्री और आचार्य गौरव शुक्ला का कहना है कि भादौ मास की कृष्ण पक्ष की सप्तमी 14 अगस्त की शाम 7:45 बजे तक रहेगी। इसके बाद अष्टमी होगी।
उदयातिथि के अनुसार 15 अगस्त को सूर्योदय के समय अष्टमी तिथि व्याप्त है। इसलिए अष्टमी 15 अगस्त को ही मानी जाएगी। हालांकि साधु संत 14 अगस्त को ही जन्माष्टमी मनाएंगे।
जेके मंदिर, लाजपतनगर
राधाजी और श्रीकृष्ण इस बार भी बनारसी कपड़े पहनेंगे। छह दिन (छठी तक) की पोशाक अलग-अलग होगी। सोने के आभूषण भी अलग-अलग दिन के होंगे। मंदिर के पट सुबह 5:30 से दोपहर 12 बजे तक और शाम को 4:30 से रात 12 बजे तक खुलेंगे। पार्किंग की व्यवस्था कमला नगर रोड पर होंगी।
द्वारिकाधीश मंदिर, कमला टावर
इस बार लड्डू गोपाल चांदी के झूले में विराजमान होंगे। इसके अलावा सोने के कुंडल और मुकुट पहनाया जाएगा। मंदिर के पट सुबह 7:30 बजे से लेकर 11 बजे तक और शाम पांच बजे से रात 10 बजे तक खुलेंगे।
श्री सनातन धर्म मंदिर, कौशलपुरी
मंदिर में हर साल की तरह इस बार भी झांकियां सजाई जा रही हैं। राधाकृष्ण की झांकियों समेत कुल 40 झांकियां होंगी। मंदिर के पट शाम 6:30 बजे से लेकर रात 10:30 बजे तक खुलेंगे।
- सनातन धर्म मंदिर, जेके मंदिर और द्वारिकाधीश मंदिर में तैयारियां जोरों पर